दो प्रखंडों में उलझी नगर निगम की 10000 आबादी
नहीं बन रहा है तीन माह से जाति, आय व निवास प्रमाणपत्र
कइयों का सरकारी अधिकारी बनने का सपना टूटा, बहाली के लिए जरूरी हैं प्रमाणपत्र प्रतिनिधि, सासाराम नगर नगर निगम की 10000 आबादी पिछले दो माह दो प्रखंडों के बीच उलझी हुई है. कई बच्चों का अधिकारी व शिक्षक बनने का सपना इसलिए टूट गया. क्योंकि उनको समय से जाति, आय और निवास प्रमाणपत्र नहीं मिल पाया. वह शिवसागर अंचल कार्यालय और सासाराम अंचल कार्यालय के बीच चक्कर काटते रह गये. नगर निगम के वार्ड संख्या-6 और सात कुम्हऊ पंचायत का हिस्सा थे. लेकिन, इसका विलय कर निगम में 2021 में शामिल कर लिया गया. हालांकि, जनवरी 2024 तक इन वार्डों के सभी कार्य शिवसागर अंचल से होता था. लेकिन, जैसे ही जमाबंदी में सुधार के लिए शिविर लगाने का निर्देश राज्य सरकार से आया. तब से इन वार्डों का समीकरण बिगड़ गया. जिला से पत्र निर्गत किया गया था, जिसमें वार्ड संख्या-6 और सात में जमाबंदी के लिए शिविर लगाने की जिम्मेदारी सासाराम अंचल को दे दी गयी थी. इसके बाद से शिवसागर में कार्य बंद कर सभी दस्तावेज सासाराम अंचल को भेज दिये गये. लेकिन, इसमें पेंच फंस गया और मामले को सुलझाने के लिए एडीएम चंद्रशेखर प्रसाद ने विभाग को पत्र लिखा है. लेकिन, करीब तीन माह बीत जाने के बाद भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पायी है कि इन वार्डों का कार्य किस अंचल से निष्पादित होगा. हालांकि, इस मामले में एडीएम ने बताया कि अगले सप्ताह में इस मामले की समस्या सुलझा ली जायेगी. उधेड़बुन में फंसे पार्षद: इन दोनों वार्डों के पार्षद उधेड़बुन में फंस गये हैं. वार्ड संख्या-छह के पार्षद डॉ सरोज कुमार ने बताया कि बीते फरवरी माह से जाति, आय व निवास संबंधी प्रमाणपत्र हमारे यहां के लोगों का नहीं बन रहा है. साथ ही जमाबंदी शिविर भी नहीं लगाये जा रहे हैं. इसको लेकर अभीतक किसी को पत्र नहीं लिखे हैं. हालांकि, निगम के आरटीपीएस काउंटर पर कार्यरत ऑपरेटर ने बताया है कि आपके यहां का कार्य यहीं से निष्पादित होगा. हालांकि, उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा नहीं लगता है. वहीं वार्ड संख्या-7 के पार्षद अमित कुमार ने बताया कि इस संबंध में वरीय अधिकारियों को पत्र लिखकर स्थिति स्पष्ट करने को कहा जायेगा. ताकि लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. स्थिति गंभीर, युवाओं का टूटा सपना: वार्ड संख्या-छह के रहनेवाले राहुल कुमार, शिवकुमार, चंदन पासवान और वार्ड संख्या-7 के नीतीश कुमार, गोलू कुमार और अभिनंदन पासवान ने कहा कि शिक्षक और बेलट्रॉन में निकली भर्ती के लिए आय, जाति और निवास प्रमाणपत्र की आवश्यकता थी. लेकिन, हम इसके अभ्यर्थी इसलिए नहीं बन पाये. क्योंकि हमारे पास यह तीनों प्रमाणपत्र नहीं थे. इसे बनाने के लिए हम शिवसागर अंचल गये, तो वहां से हमें सासाराम अंचल कार्यालय भेज दिया गया. यहां पर आने के बाद पता चला कि अभी आपके वार्ड का कोई भी कार्य यहां से निष्पादित नहीं हो रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है