मुआवजे के लिए 85 रैयतों को भेजा गया नोटिस

जिले में एनएच 120 दावथ और नासरीगंज बाइपास के 3डी का प्रकाशन हो गया. इसके साथ ही जिला भू-अर्जन विभाग ने उक्त बाइपास के लिए अर्जित रकबे के मुआवजे के लिए संबंधित रैयत किसानों को प्रथम नोटिस भेजने का सिलसिला शुरू भी कर दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 7, 2024 8:42 PM
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सासाराम सदर. जिले में एनएच 120 दावथ और नासरीगंज बाइपास के 3डी का प्रकाशन हो गया. इसके साथ ही जिला भू-अर्जन विभाग ने उक्त बाइपास के लिए अर्जित रकबे के मुआवजे के लिए संबंधित रैयत किसानों को प्रथम नोटिस भेजने का सिलसिला शुरू भी कर दिया है. इस क्रम में विभाग की ओर से अर्जित रकबे के मुआवजे के लिए संबंधित चार मौजा के 85 रैयत किसानों को प्रथम नोटिस भेज दिया गया है. सिर्फ एक रैयत को कुछ त्रुटियों के कारण उन्हें अर्जित रकबे का मुआवजा भुगतान के लिए विभाग ने नोटिस नहीं भेजा है.

इस संबंध में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी मो जफर हसन ने बताया कि एनएच 120 दावथ व नासरीगंज बाइपास के 3डी का प्रकाशन किया जा चुका है. अब इस बाइपास के निर्माण के लिए अधिग्रहित रकबे के मुआवजा भुगतान के लिए रैयतों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. उक्त दोनों बाइपास 120 के लिए चार मौजा यानी दावथ बाइपास के लिए दावथ व बभनौल मौजा व नासरीगंज बाइपास के लिए बसडीहा व बलिया मौजा के 85 रैयत किसानों को अर्जित रकबे के मुआवजे के लिए प्रथम नोटिस भेजा गया है. एक रैयत को कुछ त्रुटि के कारण अभी नोटिस नहीं भेजा गया है, उसे भी जल्द मुआवजे के लिए नोटिस भेज दिया जायेगा. इसके लिए कार्य किया जा रहा है.

क्यों होता है 3डी का प्रकाशन

जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने बताया कि बाइपास का निर्माण कार्य तभी शुरू होता है, जब भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी तरह पूर्ण होगी. इसके लिए कहीं से भी यानी किसी भी रैयत का दावा आपत्ति नहीं होनी चाहिए. तब जाकर राजस्व विभाग की ओर से 3डी का प्रकाशन किया जाता है. यूं कहें विभाग की ओर से 3डी का प्रकाशन इसलिए किया जाता है, ताकि बाद में भूमि अधिग्रहण के दौरान किसी भी रैयत किसान को कोई दावा आपत्ति न हो, क्योंकि अक्सर कई प्रोजेक्टों में देखने को मिलता है कि काम शुरू होने के बाद रैयत किसानों की ओर से आपत्ति कर दी जाती है. इसलिए मामला बीच में फंस जाता है. इस तरह की समस्या उत्पन्न न हो, इसके लिए विभागीय प्रक्रिया के तहत 3डी का प्रकाशन किया जाता है.

बाइपास के लिए 6.1148 हेक्टेयर भूमि होनी है अधिग्रहित

विभाग के अनुसार, दावथ बाईपास के लिए कुल 3.8988 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहित करना है, इसमें दो मौजा बभनौल और दावथ शामिल है. तो वहीं नासरीगज बाइपास के लिए कुल 2.2160 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित होना है, इसमें भी दो मौजा बसडीहा व बलिया शामिल है. इस तरह से दोनों दावथ व नासरीगंज बाईपास के लिए कुल 6.1148 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहित होगा, जिसका 3डी का प्रकाशन किया गया है.

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