2024 के चुनाव में एक मतदाता पर खर्च होगा एक लीटर पेट्रोल का दाम

देश में 18वीं लोकसभा के लिए आम चुनाव हो रहा है. चुनाव में प्रत्याशियों के अलावा सरकारी खजाने पर भी बड़ा बोझ पड़ता है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 18, 2024 3:46 PM
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पुनीत कुमार पांडेय, सासाराम ग्रामीण. देश में 18वीं लोकसभा के लिए आम चुनाव हो रहा है. चुनाव में प्रत्याशियों के अलावा सरकारी खजाने पर भी बड़ा बोझ पड़ता है. प्रत्येक चुनाव के बाद हुए खर्च का आंकड़ा सरकार प्रस्तुत करती है. देश में पहला चुनाव 1952 में हुआ था. उस समय चुनाव में प्रति मतदाता 60 पैसा सरकार ने खर्च किया था. इसके बाद से हर चुनाव में सरकारी खर्च बढ़ता गया. हालांकि, सासाराम लोकसभा क्षेत्र में पहला चुनाव 1957 में हुआ था. इस समय 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव हो रहा है. इन 67 वर्षों में चुनाव पर बेतहाशा खर्च बढ़ा है. 1952 के बाद के आंकड़े तो उपलब्ध नहीं हैं, पर 2019 के 17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में सरकार ने प्रति मतदाता 72 रुपये खर्च किये थे. इस बार इसके सौ रुपये से अधिक खर्च होने की संभावना है. तभी तो लोग कह रहे हैं कि इस बार एक मतदाता पर एक लीटर पेट्रोल की कीमत के बराबर रुपये खर्च होंगे. वर्तमान समय में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 106.63 रुपये है.

सासाराम व काराकाट लोकसभा संसदीय क्षेत्र की बात करें, तो यहां सातवें और अंतिम चरण में एक जून को मतदान होना है. यहां भी खर्च बेतहाशा हो रहा है. सरकार ने ही एक प्रत्याशी को अधिकतम 95 लाख रुपये खर्च करने को निर्धारित किया है. काराकाट लोकसभा क्षेत्र में फिलहाल 1869488 मतदाता हैं. इस हिसाब से एक प्रत्याशी अपने एक मतदाता पर करीब 19 पैसा खर्च करेगा. अगर 13 प्रत्याशी मैदान में हैं, तो सबको मिलाकर एक मतदाता पर करीब 2.50 रुपये खर्च होगा. यह तो सरकार को चुनाव खर्च के व्यय के हिसाब में दिखाने का है, जबकि इससे कई गुना अधिक प्रत्याशी खर्च करते हैं और करेंगे. रही बात सरकार की तो, सरकार ने पिछले 2019 के चुनाव में एक मतदाता पर 72 रुपये खर्च की थी. उसमें इजाफा होना तय है. यानी इस बार आंकड़ा सौ के पार जायेगा और एक अनुमान के अनुसार, 2024 के चुनाव में काराकाट लोकसभा क्षेत्र में सरकार के करीब 186948800 रुपये खर्च होंगे. जानकार बताते हैं कि पहले के चुनाव में प्रचार के लिए टमटम, बैलगाड़ी, साइकिल या रिक्शे का इस्तेमाल होता था. अब वाहनों का इस्तेमाल हो रहा है. नतीजतन, एक दिन में कम से कम एक वाहन पर 5000 रुपये का खर्च आ रहा है. सरकारी कर्मचारी भी बड़े पैमाने पर वाहनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो खर्च अधिक होना लाजिमी है.

चुनाव दर चुनाव मतदाताओं पर बढ़ता खर्च

1952- पहले चुनाव में 60 पैसा प्रति मतदाता2004-14वें लोकसभा चुनाव में 17 रुपये प्रति मतदाता2009-15वें लोकसभा चुनाव में 22 रुपये प्रति मतदाता2014-16वें लोकसभा चुनाव में 46 रुपये प्रति मतदाता2019-17वें लोकसभा चुनाव में 72 रुपये प्रति मतदाता

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