सिंचित क्षेत्र को बंजर बनाने में जुटे प्लॉटर, सीओ ने रोका कार्य
गर निगम विस्तारित क्षेत्र में प्लॉटर बेलगाम हो गये हैं. जमीन की धड़ल्ले से हो रही खरीद-बिक्री ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है.
सासाराम नगर. नगर निगम विस्तारित क्षेत्र में प्लॉटर बेलगाम हो गये हैं. जमीन की धड़ल्ले से हो रही खरीद-बिक्री ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. कल तक जिन करहों से खेत सोना उगलता था, आज उन करहों पर सरपट गाड़ियां दौड़ रही हैं. करहा सड़क और बाहा नालियां बनती जा रही हैं. खेत दलदल व परती बनते जा रहे हैं. निगम के किसान विवश होकर या तो अपनी जमीन बेच रहे हैं या उसे परती छोड़ दे रहे हैं. पिछले कुछ वर्षों में शुरू हुए इस सिलसिले पर लगाम नहीं लगी, तो वह दिन दूर नहीं, जब सरकारी जमीन पर भी इन प्लॉटरों का कब्जा हो जायेगा. हाल ही में बेदा स्थित लघु सिंचाई विभाग के कार्यालय की बगल से गुजरने वाले करहे को भरकर उसकी घेराबंदी कर रहे थे. यह करहा बेदा डग से पानी लेकर मोरसराय, कुम्हऊ, भैरवा और किरहिंडी तक जाता है. इस करहा से करीब चार मौजों की 200 एकड़ से अधिक भूमि सिंचित होती है. इस करहे के भरने की सूचना जब अन्य गांवों के लोगों को मिली, तो वह मौके पर पहुंचे और करहा भरने का कारण पूछा, जिससे करहा भरनेवाले उनसे बदसलूकी करने लगे. तब वहां के लोगों ने यह सूचना सासाराम अंचलाधिकारी को दी. शिकायत पाकर मौके पर पहुंचे अंचलाधिकारी सुधीर कुमार ओंकारा ने तत्काल करहा भरकर घेराबंदी करने का कार्य रुकवाया और साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस पर घेराबंदी का कार्य फिर से शुरू किया गया, तो संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई की जायेगी.
बिना अनुमति के काटकर ले गये पेड़
इस करहे पर कई पेड़ भी थे, जिनमें यूकोलिप्टस व शीशम के बहुत मोटे पेड़ थे. करहे को भरकर घेराबंदी करने के दौरान इन पेड़ों को काट दिया गया है. मौके पर अब भी कुछ पेड़ों के अवशेष बचे हैं. इसके अलावा कुछ पेड़ों को बेच दिया गया है, जिसको लेकर अब तक संबंधित व्यक्तियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.
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