टिकुली आर्ट के लोक कलाकार को राष्ट्रपति के हाथों मिला पद्मश्री अवार्ड
मुगलकाल से भी पुरानी टिकुली कला को जीवंत रखने और 800 सौ से अधिक छात्र-छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा देने जैसे विशेष कार्यों को करने वाले डेहरी के जक्खी बिगहा मुहल्ला निवासी अशोक कुमार विश्वास को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार की शाम पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया.
बिक्रमगंज. मुगलकाल से भी पुरानी टिकुली कला को जीवंत रखने और 800 सौ से अधिक छात्र-छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा देने जैसे विशेष कार्यों को करने वाले डेहरी के जक्खी बिगहा मुहल्ला निवासी अशोक कुमार विश्वास को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार की शाम पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया. राष्ट्रपति भवन में चल रहे तीन दिवसीय अवार्ड सेरेमनी कार्यक्रम में अशोक विश्वास को देश के अन्य अवार्ड धारकों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में पद्मश्री से सम्मानित किया गया. अशोक विश्वास ने बताया कि यह पल गौरव का है. यह गौरव बिहार, डेहरी और परिवार के लिए खास है. यह अवार्ड टिकुली आर्ट के उन प्रशिक्षुओं के लिए भी खास है, जो इस धरोहर को जीवित रखने की जी-तोड़ कोशिश में लगे हैं. उन्होंने बताया कि वह गुरुवार से ही दिल्ली के सरकारी होटल द अशोका के मेहमान हैं. यहां उन्हें तीन दिन गुजारने का मौका मिला है. यह अवार्ड पाना मेरे जीवन का एक सार्थक पड़ाव है. अब यहां से थोड़ा सुस्ताने के बाद एक नयी ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने का संकल्प है, ताकि अपने जीवन को सार्थक कर सकूं. मैं जल्द ही डेहरी आऊंगा जहां सभी का आदर पाना मुझे बेहद खुशी प्रदान करेगा.
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