घर बैठे सरकारी अस्पतालों में लगाएं नंबर, टोकन नंबर से कटेगी पर्ची
सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ी, तो वहां मरीजों की भीड़ भी बढ़ने लगी है. मिशन 60 के बाद अस्पताल के भवन व उपकरण को दुरुस्त करने के साथ-साथ राज्य स्वास्थ्य विभाग ने क्वालिटी हेल्थ पर अब अपना ध्यान केंद्रित किया है.
सासाराम नगर. सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ी, तो वहां मरीजों की भीड़ भी बढ़ने लगी है. मिशन 60 के बाद अस्पताल के भवन व उपकरण को दुरुस्त करने के साथ-साथ राज्य स्वास्थ्य विभाग ने क्वालिटी हेल्थ पर अब अपना ध्यान केंद्रित किया है. इसके लिए लगातार एएनएम, जीएनएम, डॉक्टर सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों की सबसे बड़ी परेशानी पर्ची कटाने की थी. लेकिन, अब इसका हल स्वास्थ्य विभाग ने निकाल लिया है. सरकारी अस्पताल में दिखाने से पहले घर बैठे मरीज ओपीडी के लिए नंबर लगा सकते हैं. इसके लिए उन्हें अपने एंड्रायड मोबाइल फोन में एक एप इंस्टॉल करना होगा. इसके बाद क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा, जिसके बाद टोकन नंबर जेनरेट होगा. इसी टोकन नंबर को काउंटर पर बताना होगा और आपकी पर्ची निकल जायेगी. हालांकि इसकी रफ्तार धीमी है. इसको लेकर प्रभारी सीएस डॉ अशोक कुमार ने पत्र लिखकर सभी अस्पताल प्रबंधक, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक और प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन सहायक को स्कैन एंड शेयर के माध्यम से 25 से अधिक मरीजों की पर्ची प्रतिदिन कटाने का निर्देश दिया है. साथ ही यह भी लिखा है कि जबतक इस आंकड़ों को पार नहीं किया जाता है, तबतक सभी का मानदेय अवरूद्ध रहेगा.
एप इंस्टॉल कर खुद से भरने होंगे सभी डिटेल्स :
यह सुविधा जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में दी जा रही है. एप डाउनलोड करने के लिए प्लेस्टोर में जाकर उसे इंस्टॉल करना पड़ेगा. इसके अलावा भाव्या पोर्टल पर जाकर मरीज या उनके परिजन टोकन जेनरेट कर सकते हैं. इसको लेकर मंगलवार से सदर अस्पताल में अलगर व्यवस्था शुरू कर दी जायेगी. अस्पताल प्रबंधक रितेश कुमार ने बताया कि स्कैन एंड शेयर के लिए एक विशेष काउंटर बनाया गया है. जहां लोग जाकर अपना टोकन नंबर बतायेंगे. उसके बाद उनकी पर्ची निकल जायेगी. इसके अलावा पहले से चल रहे काउंटर दो ऑपरेटर मरीजों को इस सुविधा की जानकारी देने के लिए मौजूद रह रहे हैं. वहीं पर वह मरीजों का डिटेल्स भर रहे हैं. उसके बाद टोकन नंबर से पर्ची निकाली जा रही है. उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में इस माध्यम से करीब 70 प्रतिशत पर्ची निकाली जा रही है. इस माध्यम से पर्ची निकाले में सदर अस्पताल अभी पूरे बिहार में चौथे नंबर पर चल रहा है. आनेवाले दिनों में 100 प्रतिशत स्कैन एंड शेयर के माध्यम से पर्ची काटने का लक्ष्य है, जिसे हमलोग जल्द ही हासिल कर लेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है