Kisan Mahapanchayat: किसान न्याय महापंचायत में बोले तेजस्वी, देश में मुद्दे की नहीं, मोदी की बात होती है

देश में सांप्रदायिक शक्तियों को रोकने के लिए हमें कितना भी सहना पड़े, हम रुकेंगे नहीं. आज देश में मुद्दे की जगह मोदी की बात होती है. किसान आंदोलन कर रहे हैं. वे प्रधानमंत्री से दो मिनट मिलकर अपनी बात रखना चाह रहे हैं. पर, पीएम के पास किसानों की समस्या सुनने के लिए दो […]

By RajeshKumar Ojha | February 16, 2024 7:28 PM

देश में सांप्रदायिक शक्तियों को रोकने के लिए हमें कितना भी सहना पड़े, हम रुकेंगे नहीं. आज देश में मुद्दे की जगह मोदी की बात होती है. किसान आंदोलन कर रहे हैं. वे प्रधानमंत्री से दो मिनट मिलकर अपनी बात रखना चाह रहे हैं. पर, पीएम के पास किसानों की समस्या सुनने के लिए दो मिनट का समय नहीं है.

सीएम साहेब फाइल दबाकर बैठे हैं

यें बातें भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान चेनारी प्रखंड के टेकारी गांव में शुक्रवार को आयोजित किसान न्याय महापंचायत में पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहीं. उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार ने राज्य में पांच लाख लोगों को नौकरी दी. सबने देखा. हम स्वास्थ्य विभाग में भी खाली पदों को भरने का काम करना चाहते थे, लेकिन सीएम साहेब फाइल दबा बैठे. आप लोग तो नीतीश कुमार को जानते ही हैं. उन्होंने कहा कि किसानों को एमएसपी की गारंटी से कम पर बात नहीं बनेगी. राजद हमेशा चाहता है कि बाजार समिति फिर से संचालित हो. इसके लिए सुधाकर सिंह को कृषि मंत्री बनाया. लेकिन, बात आगे नहीं बढ़ सकी. बिहार के विकास और बेरोजगारी दूर करने के लिए हम कितनी भी कठिनाइयां सह लेंगे.

नफरत के बाजार में मुहब्बत की दुकान खोलने की जरूरत है

उन्होंने कहा कि राहुल जी का साथ देना है. नफरत के बाजार में मुहब्बत की दुकान खोलने की जरूरत है. इसके लिए हमारा फुल सपोर्ट है. महापंचायत में मौके पर चेनारी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी मंगल राम, राजद के चेनारी प्रखंड अध्यक्ष धनंजय मिश्रा, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष द्वारकाधीश दुबे उर्फ लल्लू दुबे, बीडीओ यादव, सिंगासन सिंह यादव, राकेश यादव, अमित कुमार रंजन, प्रीतम राजामुंदरी, नथुनी यादव, रामनाथ राम, इमरान भाई, इंद्रजीत कुशवाहा, डोमन मुखिया, संजय यादव, श्रीराम यादव, शिवसागर प्रखंड के रंजीत कुमार उर्फ लड्डू शर्मा, विनय गोस्वामी, जयराम यादव, मोहन सिंह, मुनेश्वर चौधरी, चंद्रमा पांडेय, हरेराम शर्मा आदि थे.

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