Loading election data...

मां तुतला भवानी धाम जाने वाली सड़क की स्थिति खराब

तिलौथू स्थित मां तुतला भवानी प्रवेश द्वार से लेकर तुतला भवानी धाम तक की सड़क की स्थिति काफी खराब हो गयी है. सड़क की दुर्दशा इस कदर हो गयी है कि रास्ते में कहीं-कहीं तालाब सा दृश्य नजर आता है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 7, 2024 9:34 PM

तिलौथू. तिलौथू स्थित मां तुतला भवानी प्रवेश द्वार से लेकर तुतला भवानी धाम तक की सड़क की स्थिति काफी खराब हो गयी है. सड़क की दुर्दशा इस कदर हो गयी है कि रास्ते में कहीं-कहीं तालाब सा दृश्य नजर आता है. अगर हल्की बारिश हो गयी, तो मां तुतला भवानी प्रवेश द्वार से ही तालाब सा दृश्य दिखने लगता है और इसी रास्ते से हजारों सैलानियों का मां भवानी के धाम में आना-जाना रहता है. स्थिति यह हो जाती है कि कई सैलानियों का तो वाहन इस तालाब में फंस भी जाता है या फिर क्षतिग्रस्त हो जाता है. बाइक सवारों की दशा तो और देखते बनती है. बाइक सवार कीचड़ से सन जाते हैं. रकियांन बिगहा, चटनी बिगहा, भींसड़ा गांव में तो और दुर्दशा देखने को मिलती है. भींसड़ा, रेडिया इत्यादि गांवों में कीचड़ से सनी सड़क पर श्रद्धालु गुजरते हैं. मां भवानी धाम तक जाने के लिए इन्हीं गांव से गुजरना पड़ता है. हालांकि, अभी सड़क का निर्माण हुए मात्र दो साल ही हो रहे हैं, लेकिन ऐसा प्रतीत नहीं होगा कि हाल ही के दिनों में सड़क का निर्माण किया गया है. मां तुतला भवानी धाम में बरसात के शुरू होते ही लाखों की संख्या में सैलानियों की भीड़ यहां जुटती है. हाल ही के दिनों में हुई हल्की बारिश के बाद इस सड़क की दुर्दशा देखने को मिल रही है. आने जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और यही स्थिति है कि भीड़ बढ़ने के बाद इस सड़क पर जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है. जाम इस कदर लग जाता है कि लोगों को तीन से चार घंटे तक जाम में फंसा रहना पड़ता है.

सड़क के साथ नाले का निर्माण है जरूरी

तिलौथू से मां तुतला भवानी धाम तक जाने वाली सड़क में पड़ने वाले गांवों के ग्रामीणों का कहना है कि सड़क का निर्माण भी घटिया सामग्री से किया जाता है, जिसके चलते सड़क जल्दी ही उखड़ जाती है. सबसे बड़ी बात है यह है कि सड़क के साथ दोनों किनारों पर नाले का निर्माण अति आवश्यक है. जब तक नाले का निर्माण नहीं होगा, तब तक पानी की निकासी नहीं हो पायेगी. इसके कारण जलजमाव की स्थिति बनी रहेगी, क्योंकि मां तुतला भवानी धाम जाने के रास्ते में आधा दर्जन से अधिक गांव पड़ते हैं. गांव होने के कारण लोगों की नाली का पानी सड़क पर ही आता है. ऐसे में अगर सड़क के दोनों किनारों पर नालों का निर्माण नहीं किया जाता है तो पानी की निकासी नहीं हो पायेगी.

कहां-कहां होता जलजमाव

तिलौथू से तुतला भवानी धाम तक जाने में फारुखगंज, रकियांन बिगहा, चटनी बिगहा, भींसड़ा और रेडिया गांव में जलजमाव की स्थिति ज्यादा बनी रहती है. इसमें चटनी बिगहा और रकियांन बिगहा में ज्यादा जलजमाव देखने को मिलता है. इन गांवों में जलनिकासी की व्यवस्था करना अति आवश्यक है.

क्या कहते हैं ग्रामीणनयकागांव निवासी कैलाश यादव, रेडिया के वरुण राजपूत, धर्मेंद्र सिंह आदि का कहना है कि अब तक इस ओर किसी जनप्रतिनिधि का ध्यान नहीं गया. मां तुतला भवानी एक विख्यात शक्तिपीठ स्थल है, जहां सालों भर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटा करती है. ऐसी जगह पर तो जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट होना चाहिए और इस सड़क की मरम्मत प्रमुखता से होनी चाहिए थी. सड़क बनाने वाले ठेकेदार की मेहरबानी है कि सड़क दो से तीन साल में ही गड्ढे में तब्दील हो गयी. जलजमाव की समस्या से लोगों को जूझनी पड़ रही है. वहीं, आने जाने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी कठिनाइयां होती है.

क्या कहते हैं प्रखंड प्रमुखप्रखंड प्रमुख कामता सिंह का कहना है कि इसी रास्ते में मेरा भी घर पड़ता है. सच्चाई है कि तुतला धाम जाने वाली सड़क की स्थिति काफी नारकीय हो गयी है. इसके लिए मैंने जिला पदाधिकारी, स्थानीय विधायक, सांसद इत्यादि लोगों को अपने पैड पर लिखित आवेदन देकर तिलौथू से मां तुतला भवानी धाम जाने के लिए रास्ते व नाले के निर्माण की मांग की है. लेकिन, अब तक किसी जनप्रतिनिधियों या फिर कोई पदाधिकारी ने इस विषय पर विचार नहीं किया. फिर एक बार मेरे द्वारा पदाधिकारी और जनप्रतिनिधियों से इसकी गुहार लगायी जायेगी.

क्या कहते हैं स्थानीय विधायकसड़क खराब होने की जानकारी मुझे मिली है. यह सड़क हाल में ही बनी थी. इसके बावजूद यह पूरी तरह टूट चुकी है. इसके निर्माण के लिए अविलंब प्रयास करूंगा. जल्द ही मां तुतला भवानी जाने वाली सड़क का निर्माण कराया जायेगा.

राजेश गुप्ता, विधायक, सासाराम.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version