रोक-टोक करनेवाले चुनाव में व्यस्त, सेटिंग पर निकल रहे बालू लदे ट्रक
बूथ निरीक्षण, कर्मचारियों की ट्रेनिंग के साथ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर नजर रखने में अधिकारी व्यस्त हैं. इस परिस्थिति का लाभ बालू तस्करों के साथ अधिकांश घाटदार भी उठा रहे हैं.
अकोढ़ीगोला. मौसम का तापमान चरम पर है. दिन का तापमान 40 डिग्री के ऊपर रह रहा है. इस भीषण गर्मी के कारण लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं. वहीं, आम चुनाव का तापमान धीरे-धीरे बढ़ रहा है. सरकारी अमला चुनाव की तैयारी को लेकर अति व्यस्त हो गया है. लगातार बैठकों का दौर चल रहा है. बूथ निरीक्षण, कर्मचारियों की ट्रेनिंग के साथ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर नजर रखने में अधिकारी व्यस्त हैं. इस परिस्थिति का लाभ बालू तस्करों के साथ अधिकांश घाटदार भी उठा रहे हैं. इन दिनों घाट कैसे चल रहा है, इसे देखने की बहुत कम फुर्सत अफसरों को मिल रही है. जिसका नतीजा है कि बेतरतीब तरीके से सोन से बालू का दोहन हो रहा है.
दिन में तपती गर्मी में सोन नदी में जाकर बालू उठाव के नियमों के विरुद्ध हो रहे कार्यों की जांच करना काफी मुश्किल है. इसलिए बहुत ही कम अधिकारी सोन नदी पहुंच पा रहे हैं. इसका असर सोन नदी के अस्तित्व पर पड़ना लाजिमी है. अधिकतर घाटों पर तय मानक से ज्यादा गड्ढा कर बालू की निकासी की जा रही है. दरिहट से नासरीगंज थाना क्षेत्र में कई बालू घाटों में पोकलेन मशीन से गहराई तक बालू का अवैध खनन कर दुर्घटना जोन बना दिया गया है. तर्क यह कि बारिश के मौसम में यह बराबर हो जायेगा. वही कई जगह वैध की आड़ में अवैध बालू घाट का संचालन भी होने लगा है. सरकारी रास्ते का व्यावसायिक प्रयोग भी किया जाने लगा है. इधर, पुलिस व प्रशासन के चुनाव में व्यस्त होने से सड़कों पर अवैध व ओवरलोड ट्रकों का परिचालन भी बढ़ गया है. कुछ तस्कर पूर्व की व्यवस्था के तहत उससे अधिक का माल लेकर बिना रोक टोक बक्सर का रास्ता पकड़ ले रहे हैं. यानी दोनों तरफ से चांदी ही चांदी. कोई अतिरिक्त लेन देन नहीं, कोई खास रोक टोक नहीं. इसका सरकारी राजस्व पर अधिक असर पड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.क्या कहते हैं अधिकारी
अवैध बालू व ओवरलोडेड ट्रकों पर नजर रखी जा रही है. नियमानुसार बालू खनन नहीं करने वाले घाट संचालकों पर कार्रवाई की जायेगी. चुनाव में थोड़ी व्यस्तता जरूर है. लेकिन, किसी को नियम के विरुद्ध कार्य करने की छूट नहीं दी जा सकती.सूर्य प्रताप सिंह, अनुमंडलाधिकारी.