आम आदमी की पहुंच से दूर हो रहा बालू, महंगे दामों पर हो रही बिक्री, तस्करों की कट रही चांदी
बिहार में 15 जुलाई से बालू खनन पर रोक लगी हुई है. जिसके बाद सासाराम में बालू माफिया मुंह मांगे दाम में बालू बेच रहे हैं. सासाराम शहर में इस वक्त 6 से 7 हजार रुपये ट्रॉली तक बालू की बिक्री हो रही है.
Sand Price: बिहार में इन दिनों बालू आम आदमी की पहुंच से दूर होता जा रहा है. वजह यह है कि 15 जून से अगले तीन महीने के लिए बालू खनन पर रोक लगा दी गई है. इन तीन महीनों के लिए सासाराम जिले में निर्माण कार्य और विकास के लिए बालू की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई जगहों पर पर्याप्त मात्रा में बालू का स्टॉक किया गया है. लेकिन, लघु खनिजों के तहत बालू का कारोबार विकास की जरूरतों को पूरा करने के लिए नहीं, बल्कि मुनाफे का धंधा बन गया है.
खनन बंद होने का फायदा अब बालू तस्करों ने उठाना शुरू कर दिया है और बालू का स्टॉक रखना शुरू कर दिया है. जिसके कारण ऊंचे दामों पर बालू की आपूर्ति और बिक्री हो रही है. पहले से महंगे बालू की कीमत में अब दो से तीन गुना तक बढ़ोतरी हो गई है. पहले एक ट्रॉली बालू तीन हजार से 35 सौ रुपये में मिलती थी. अब इसकी कीमत 6000 से 7000 रुपये है और अवैध तरीके से बालू की ढुलाई की जा रही है.
छह से सात हजार रुपये प्रति ट्रॉली बालू की मांगी जा रही कीमत
सासाराम शहर में एक ट्रॉली बालू के लिए छह से सात हजार रुपये प्रति मांगी जा रही है. इसकी पड़ताल को लेकर प्रभात खबर की टीम ने शुक्रवार को शहर के धर्मशाला चौक के आगे रेलवे मैदान के समीप कई बालू ट्रैक्टर चालकों के पास गयी. इस दौरान एक बालू ट्रैक्टर चालक से शहर के कचहरी मोड़ तक बालू गिराने के लिए कहा गया, तो उसने कहा सासाराम में 6500 रुपये में बालू गिरेगा. फिर उसने बालू महंगा होने की बात पर कहा कि इस समय बालू खनन बंद है. इसलिए बालू की कीमत में इजाफा हुआ है.
इस समय सासाराम में कहीं भी बालू गिराये छह से सात हजार रुपये लगेगा. इसके बाद दूसरे ट्रैक्टर चालक से पूछे जाने पर बताया कि छह हजार रुपये लगेगा. एक तो सात हजार रुपये तक प्रति ट्रॉली की कीमत मांग डाली.
ग्रामीण क्षेत्रों में तीन गुनी अधिक बालू की कीमत
इस समय बालू की कीमत आम लोगों को जेब पर काफी असर डालेगा. खासकर ग्रामीण क्षेत्र के लोग काफी प्रभावित होंगे. क्योंकि, ग्रामीण क्षेत्रों में दूरी के हवाला देकर बालू तस्कर दो से तीन गुना अधिक बालू की कीमत मांग रहे हैं. इस क्रम में एक बालू लदे ट्रैक्टर का चालक ने बताया कि जब शहर में एक ट्रॉली बालू की कीमत छह से सात हजार रुपये ली जा रही है, तो ग्रामीण क्षेत्रों में जाने के लिए दूरी के हिसाब से अलग-अलग रेट है. जहां बालू चाहिए वहां की दूरी देकर बालू की कीमत उसी समय तय की जायेगी.
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डीएम के पास बालू का डाटा नहीं, माइनिंग का मोबाइल साइलेंट
जिले में बालू बिक्री की दर प्रशासन ने क्या निर्धारित की है? इसकी जानकारी सहायक खनिज विकास पदाधिकारी अनिल कुमार से लेने का प्रयास किया गया. लेकिन, कई बार उनके मोबाइल नंबर-9386768129 संपर्क किया गया, फिर भी दूसरी तरफ से फोन नहीं उठा.
ऐसे में इसकी जानकारी डीएम से लेने का प्रयास किया गया, तो डीएम नवीन कुमार ने कहा कि इसकी पूरी जानकारी जिला खनन विभाग के पास है. इसलिए आप उनसे बात कर लीजिए. कुछ बार और ट्राई कीजिए शायद फोन उठा लें. हालांकि इसके बाद भी खनन पदाधिकारी का मोबाइल लगता है साइलेंट था. तभी, तो पांच बार से अधिक प्रयास करने के बाद भी फोन नहीं उठा. बहरहाल इसमें दिये गये नंबर पर फोन कर आप भी जिले में बालू का निर्धारित दर जान सकते हैं. उसके बाद बालू खरीदारी के लिए उचित राशि दे सकते हैं.