सासाराम नगर. नगर निगम में सफाई एजेंसी के माध्यम से प्रतिदिन सफाई करायी जा रही है. उसके बावजूद भी कई स्थलों पर कूड़ा का ढेर लग जा रहा है. इसकी वजह लोगों में जागरूकता का अभाव और जनभागीदारी की कमी को माना जा सकता है. अगर ऐसा नहीं होता, तो निगम के अधिकारी कचरा फेंकने को लेकर पिछले तीन दिनों में दस हजार रुपये से अधिक जुर्माना नहीं लगा पाते. वह भी मुख्य सड़कों के किनारे. अगर मुहल्लों में प्रतिदिन इसकी जांच शुरू हो जाये, तो बहुत लोग ऐसे मिल जायेंगे, जो कूड़ा कचरा सड़क पर सफाई होने के बाद फेंक देते हैं. ऐसे हीं लोगों को जागरूक करने और अपने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए 17 सितंबर से स्वच्छता ही सेवा अभियान की शुरुआत हो रही है. शेरशाह रौजा से इस अभियान का आगाज डीएम उदिता सिंह, मेयर काजल कुमारी सहित कई जनप्रतिनिधि एक साथ करेंगे. 15 दिनों तक चलनेवाले इस अभियान के माध्यम से लोगों को अपने कर्तव्य के प्रति जागरूक किया जायेगा. साथ ही नगर निगम क्षेत्र में पांच ब्लैक स्पॉट चिह्नित कर उसकी सफाई करायी जायेगी. यह अभियान प्रत्येक वर्ष चलाया जाता है. इस वर्ष के इस अभियान की थीम स्वभाव स्वच्छता व संस्कार स्वच्छता रखा गया है.
जनभागीदारी जरूरी :
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जनभागीदारी सुनिश्चित करना हैं. इसके लिए केंद्र सरकार से जारी मार्गदर्शिका में स्पष्ट लिखा गया है कि इस अभियान के अंतर्गत होनेवाले किसी भी कार्यक्रम में जनभागीदारी शामिल करना जरूरी है, जिससे लोगों के स्वभाव में बदलाव लाया जा सके. एक कार्यक्रम ऐसा भी हो, जिसमें बड़े पैमाने पर लोगों को शामिल किया जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है