””पवन”””” की लहर को कोई और नहीं, ””””राजाराम”””” ने ही रोका
आम चुनाव का परिणाम आने के साथ ही 35 काराकाट लोकसभा क्षेत्र में कैसे हुई जीत व हार की चर्चाएं तेज हो गयी हैं. राजाराम की जीत व उपेंद्र कुशवाहा की हार के बाद से यह चर्चा जोर पकड़ रही थी कि पवन सिंह अपने साथ-साथ उपेंद्र कुशवाहा की भी लुटिया डुबो दी.
सासाराम सदर. आम चुनाव का परिणाम आने के साथ ही 35 काराकाट लोकसभा क्षेत्र में कैसे हुई जीत व हार की चर्चाएं तेज हो गयी हैं. राजाराम की जीत व उपेंद्र कुशवाहा की हार के बाद से यह चर्चा जोर पकड़ रही थी कि पवन सिंह अपने साथ-साथ उपेंद्र कुशवाहा की भी लुटिया डुबो दी. दो जनों के बीच लड़ाई में तीसरे ने बाजी मार ली. इस बीच, भोजपुरी स्टार पवन सिंह के समर्थकों में भी हार-जीत की कुछ चर्चाएं ऐसी की जा रही कि जिसे रामायण से जोड़ी जा रही हैं. पवन सिंह के एक समर्थक ने कहा कि पवन हार गये, कोई बात नहीं, पर हराया किसने? राजाराम ने. यानी पवन (हनुमान) को राजाराम (श्रीराम) के अलावा दूसरा कोई नहीं रोक सकता. पवन की लहर को कोई और नहीं, बल्कि राजाराम ने ही तो रोका. इसी कड़ी से जोड़कर कुछ समर्थक पवन सिंह की हार का गम भुलाते व सब्र करते दिखे. बता दें भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने जब से काराकाट लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, तब से ही इस क्षेत्र के लोगों में उत्साह देखने को मिलने लगा, खासकर युवा वर्गों में. जब पवन सिंह ने निर्दलीय से काराकाट लोस क्षेत्र से नामांकन किया व प्रचार अभियान शुरू हुआ, तब क्षेत्रों में पवन की लहर दौड़ी. पर जब उनके प्रचार अभियान में एक से बढ़कर एक दिग्गज भोजपुरी कलाकारों ने शिरकत कर पवन के समर्थन में हुंकार भरी, तो क्षेत्र के गांव-गांव तक पवन की जबर्दस्त लहर दौड़ गयी. अधिकतर लोगों के मुंह पर पवन ही पवन सुनाई दे रहा था. इस दौरान लोगों के बीच कयास भी लगाये जा रहे थे कि पवन सिंह को कौन नहीं रोक सकता. वह भारी मतों से जीतेगा. इस दौरान नारा भी लगाये जा रहे थे जय पवन तय पवन, पर यह लहर पवन के लिए काम नहीं आयी और भाकपा माले के प्रत्याशी राजाराम ने एक लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज कर ली.
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