सत्यापन. पहले की प्रक्रिया से छूटे 196 विद्यालय अध्यापक होंगे शामिल फोटो-7- शिक्षा परियोजना परिसर. प्रतिनिधि, सासाराम ऑफिस बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) से बहाल विद्यालय अध्यापकों का थंब इंप्रेशन सह री-वेरिफिकेशन के लिए आगामी 12 व 13 अप्रैल को कैंप का आयोजन होगा. सासाराम के फजलगंज स्थित डायट कैंपस में आयोजित इस कैंप में प्रथम चरण (टीआरइ वन), द्वितीय चरण (टीआरइ टू) व प्रथम चरण पूरक (टीआरइ वन पूरक) के वैसे बीपीएससी विद्यालय अध्यापक का थंब इंप्रेशन सह री-वेरिफिकेशन होगा, जिनका विगत दिनों लगे कैंप में री-वेरिफिकेशन नहीं हो पाया था. इसको लेकर शिक्षा विभाग के स्थापना शाखा ने कार्यालय आदेश भी जारी कर दिया है. जारी आदेश में कहा गया है कि बीपीएससी के टीआरइ वन, टीआरइ टू व टीआरइ वन पूरक के तहत चयनित व अनुशंसित प्रारंभिक, उच्च, माध्यमिक, उत्क्रमित उच्च विद्यालय में काउंसेलिंग के बाद उन्मुखीकरण के लिए स्कूलों से संबद्ध किये गये नव चयनित विद्यालय अध्यापकों का थंब इंप्रेशन सह री-वेरिफिकेशन किया गया था, लेकिन विभिन्न कारणों से उक्त विद्यालय अध्यापकों का अद्यतन तिथि तक थंब इंप्रेशन सह री-वेरिफिकेशन नहीं पाया है, जिसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के द्वारा डायट कैंपस स्थित बिहार शिक्षा परियोजना के कार्यालय में बायोमेट्रिक स्थापित की गयी है. इसमें टेक्निकल सुपरवाइजर के रूप में आकाश श्रीवास्तव के साथ लिपिक अरुण कुमार, एमडीएम डाटा इंट्री ऑपरेटर संतनु कुमार, लिपिक बजरंगबली को लगाया गया है. प्रधानाध्यापक की उपस्थिति है अनिवार्य जारी निर्देश के अनुसार आगामी 12 अप्रैल को दोपहर तीन बजे से टीआरइ वन के वैसे सभी संबंधित विद्यालय अध्यापक, जिनका पूर्व में थंब इंप्रेशन सह री-वेरिफिकेशन नहीं हुआ है, उनके लिए कैंप लगेगा. वहीं, 13 अप्रैल को टीआरइ टू व टीआरइ वन पूरक के बचे हुए विद्यालय अध्यापक का थंब इंप्रेशन सह री-वेरिफिकेशन होगा. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना अमरेंद्र कुमार गोंड ने बताया कि करीब 3353 विद्यालय अध्यापकों का री-वेरिफिकेशन हो चुका है. अब करीब 196 विद्यालय अध्यापक ही हैं, जिनका री-वेरिफिकेशन होगा. विभाग से जारी पत्र में विद्यालय अध्यापकों से कहा गया है कि उक्त चयनित व अनुशंसित और पदस्थापित विद्यालय अध्यापक, जिनके द्वारा अद्यतन तिथि तक थंब इंप्रेशन सह री-वेरिफिकेशन नहीं कराया गया है, वे उक्त निर्धारित तिथि को अनिवार्य रूप से अपने प्रवेश पत्र, औपबंधिक नियुक्ति पत्र व आधार कार्ड के साथ उपस्थित होना सुनिश्चित करेंगे. वहीं, स्कूलों के प्रधानाध्यापकों से कहा गया है कि संबंधित विद्यालय अध्यापक के साथ विद्यालय के प्रधानाध्यापक की उपस्थिति अनिवार्य है, जो यह पहचान करेंगे कि उक्त विद्यालय अध्यापक ने ही स्कूल में योगदान किया है और कार्यरत हैं. साथ ही कहा गया है कि प्रधानाध्यापक की अनुपस्थिति में विद्यालय अध्यापक की थंब इंप्रेशन सह री-वेरिफिकेशन नहीं की जायेगी और इसकी जवाबदेही विद्यालय प्रधान पर तय की जायेगी. हो सकती है कार्रवाई विभागीय सूत्रों के अनुसार, इस थंब इंप्रेशन सह री-वेरिफिकेशन नहीं कराने वाले विद्यालय अध्यापकों की सूची तैयार की जायेगी. इसके बाद उन पर स्पष्टीकरण करते हुए विभागीय कार्रवाई भी हो सकती है. गौरतलब है कि इसी री-वेरिफिकेशन के दौरान एक फर्जी विद्यालय अध्यापक को पकड़ा गया था, जिसके बाद से कई विद्यालय अध्यापकों ने अपना री-वेरिफिकेशन नहीं कराया है.
12 व 13 अप्रैल को लगेगा थंब इंप्रेशन सह री-वेरिफिकेशन कैंप
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) से बहाल विद्यालय अध्यापकों का थंब इंप्रेशन सह री-वेरिफिकेशन के लिए आगामी 12 व 13 अप्रैल को कैंप का आयोजन होगा.
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