सड़क के चाट में डूबने से बाल-बाल बचे दो किशोर

बैसपुरा गांव के समीप शनिवार की देर शाम सड़क किनारे चाट में पानी में डूब रहे दो किशोरों की जान ग्रामीणों की तत्परता से बच गयी. दोनों किशोर कैमूर जिले के कुदरा थाना अंतर्गत गंगवलिया गांव निवासी बिट्टू कुमार और गोलू कुमार बताये जाते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 15, 2024 9:49 PM
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करगहर. बैसपुरा गांव के समीप शनिवार की देर शाम सड़क किनारे चाट में पानी में डूब रहे दो किशोरों की जान ग्रामीणों की तत्परता से बच गयी. दोनों किशोर कैमूर जिले के कुदरा थाना अंतर्गत गंगवलिया गांव निवासी बिट्टू कुमार और गोलू कुमार बताये जाते हैं. जानकारी के अनुसार, दोनों एक बाइक पर सवार होकर करगहर थाना क्षेत्र के लडुई गांव स्थित अपने मामा के घर से अपने गांव गंगवलिया जा रहे थे. इस दौरान बैसपुरा गांव के समीप उनकी बाइक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पानी भरे चाट में पलट गयी. इससे दोनों गहरे पानी में डूबने लगे, तभी शौच करने के लिए गये एक व्यक्ति की नजर उन पर पड़ी, तो उसने शोर मचाया. इस पर गांव के लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर दोनों को पानी से बाहर निकाला. सूचना पर पहुंचे परिजन इलाज के लिए उन्हें कुदरा स्थित एक निजी क्लिनिक में ले गये, जहां इलाज चल रहा है. घटनास्थल पर मौजूद आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि जेसीबी से अवैध खनन कर मिट्टी बेचने वाले धंधेबाजों द्वारा सड़क किनारे स्थित गहरा चाट बना दिये गये हैं, जो अब जानलेवा साबित हो रहे हैं. वहीं, प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में गत पांच वर्षो से अब तक पानी में डूबने से 23 बच्चों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. अगर इसमें वयस्क लोगों को शामिल कर दिया जाये, तो आकंड़ा 50 पार कर सकता है. इस संबंध में सीओ अजीत कुमार ने बताया कि कोई भी बगैर खनन विभाग के स्वीकृति के सार्वजनिक जगहों पर खुदाई नहीं कर सकता. निजी जमीन पर भी तीन फुट से अधिक मिट्टी नहीं निकाल सकता है. अगर नियमों की अवहेलना कर कोई खुदाई करता है, तो उसके ऊपर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी. वहीं, करगहर थानाध्यक्ष विजय कुमार ने कहा कि चंद पैसों के लाभ के लिए गलत तरीके से खुदाई करने वाले लोगों के विरुद्ध आमजनों को जागरूक होने की जरूरत है. अगर लोगों को ऐसा करते कोई व्यक्ति दिखाई पड़ता है, तो तुरंत पुलिस प्रशासन को सूचित करें. पुलिस प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा. साथ ही बच्चों के अभिभावकों को अपने बच्चों की देखभाल के लिए जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है.

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