बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हाईवे के पास खोले जाएंगे ‘सत्कार’ केंद्र, नीतीश सरकार दे रही फंड
सत्कार केंद्र के लिए पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण 23 मार्गों का चयन किया गया है. इन चयनित मार्गों पर मार्गीय सुविधाओं का विकास चार श्रेणियों के अंतर्गत किया जायेगा, जिसमें प्रीमियम, स्टैंडर्ड, बेसिक और मौजूदा कार्यरत संरचनाएं शामिल होंगी.
बिहार में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए कई कार्य किए जा रहे हैं. इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार की तरफ से कई योजनाएं चलाई जा रही है. इसी क्रम में अब राज्य सरकार ने प्रदेश के राष्ट्रीय व राजकीय मार्गों के निकट पर्यटकों के बेहतर यात्री सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए ‘सत्कार’ केंद्र खोलने की योजना शुरू की है. इस योजन के तहत पर्यटन विभाग ‘सत्कार’ केंद्र खोलने के लिए इच्छुक लोगों को कुल लागत का 50 फीसदी तक प्रोत्साहन राशि देगा. युवा इस योजना का लाभ उठा स्वयं के साथ अन्य युवाओं के लिए रोजगार का सृजन कर सकते हैं.
चार श्रेणियों के अंतर्गत होगा विकास
पर्यटन सचिव अभय कुमार सिंह ने कहा है कि फिलहाल सत्कार केंद्र के लिए पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण 23 मार्गों का चयन किया गया है. इन चयनित मार्गों पर मार्गीय सुविधाओं का विकास चार श्रेणियों के अंतर्गत किया जायेगा, जिसमें प्रीमियम, स्टैंडर्ड, बेसिक और मौजूदा कार्यरत संरचनाएं शामिल होंगी. इन केंद्रों पर गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध करवाने के लिए रेस्टोरेंट, फूड प्लाजा और कैफेटेरिया, जन सुविधाएं, हस्तशिल्प की दुकान, प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था के साथ-साथ कार, बस और मोटरसाइकिल के लिए पक्की भूतल पार्किंग की सुविधा विकसित करनी होगी.
कैसे करें आवेदन
पर्यटन सचिव अभय कुमार सिंह ने कहा है कि इस योजना के लिए सात अगस्त से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो रही है. इस योजना के तहत आवेदन करने लिए आवेदक को सब पहले पर्यटन विभाग की वेबसाइट www.tourism.bihar.gov.in पर जाना होगा. इसके बाद ‘What’s New’ सेक्शन में जा कर दिशानिर्देश और आवेदन पत्र को डाउनलोड करना होगा. इसके बाद उन्हें आवेदन के शुल्क भगतन के लिए एक विशेष प्रकार का बैंक चेक, जिसे डिमांड ड्राफ्ट कहा जाता है निदेशक, पर्यटन निदेशालय, बिहार, पटना के नाम से बनवाना होगा. यह ड्राफ्ट 5000 रुपये का होगा. फिर उन्हें आवेदन पत्र भरकर सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ पर्यटन विभाग के सचिव को भेजना होगा. वे सभी चीजें एक सीलबंद लिफाफे में रखकर पर्यटन विभाग के मार्गीय सुविधा कोषांग को भेजना होगा.
यह सुविधाएं कराई जाएंगी उपलब्ध
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इन ‘सत्कार’ केंद्रों पर गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध करवाने के लिए रेस्टोरेंट, फूड प्लाजा और कैफेटेरिया
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प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था
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हस्तशिल्प की दुकान
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कार, बस और मोटरसाइकिल के लिए पक्की भूतल पार्किंग
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24 घंटे पानी और बिजली की सुविधा
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वृद्ध एवं दिव्यांग व्यक्तियों के लिए प्रावधान
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पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय
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बैंक एटीएम/ ट्रैवल डेस्क/ मिनी जनरल स्टोर /वाहन मरम्मत की दुकान
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इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन इत्यादि सुविधाएं
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योजना के तहत चिह्नित 23 मार्ग
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पटना – गया : दो प्रीमियम और स्टैंडर्ड, दो बेसिक और दो कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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पटना – वैशाली/केसरिया : दो प्रीमियम और स्टैंडर्ड, दो बेसिक और दो कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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पटना – नालंदा : एक प्रीमियम और स्टैंडर्ड, दो बेसिक और दो कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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गया – नालंदा : एक प्रीमियम और स्टैंडर्ड, दो बेसिक और दो कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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गया – वाराणसी : तीन प्रीमियम और स्टैंडर्ड, तीन बेसिक और तीन कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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गया – रांची : दो प्रीमियम और स्टैंडर्ड, दो बेसिक और दो कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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पटना – आरा – रोहतास – कैमूर – मोहनिया : दो प्रीमियम और स्टैंडर्ड, चार बेसिक और चार कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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मुंगेर – भागलपुर – पूर्णिया : दो प्रीमियम और स्टैंडर्ड, चार बेसिक और तीन कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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भागलपुर – बांका – जमुई : दो प्रीमियम और स्टैंडर्ड, छह बेसिक और तीन कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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वैशाली – सारण – सीवान – गोपालगंज : दो प्रीमियम और स्टैंडर्ड, पांच बेसिक और तीन कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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वैशाली – मुजफरपुर – सीतामढ़ी : दो प्रीमियम और स्टैंडर्ड, पांच बेसिक और तीन कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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मधुबनी – सुपौल – अररिया – किशनगंज : तीन प्रीमियम और स्टैंडर्ड, चार बेसिक और पांच कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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मुजफ्फरपुर – मोतिहारी : तीन प्रीमियम और स्टैंडर्ड, तीन बेसिक और चार कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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बख्तियारपुर – बिहारशरीफ – नवादा रजौली : दो प्रीमियम और स्टैंडर्ड, चार बेसिक और चार कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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गोपालगंज – मुजफ्फरपुर-दरभंगा-सुपौल-पूर्णिया-किशनगंज : तीन प्रीमियम और स्टैंडर्ड, छह बेसिक और नौ कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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मदनपुर माई स्थान (वाल्मीकिनगर और गोरखपुर के बीच मार्ग पर) : एक प्रीमियम और स्टैंडर्ड, एक बेसिक और एक कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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बगहा – वाल्मीकिनगर : एक प्रीमियम और स्टैंडर्ड, एक बेसिक और एक कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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बगहा – बेतिया : एक प्रीमियम और स्टैंडर्ड, एक बेसिक और एक कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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मोतिहारी – बेतिया : एक प्रीमियम और स्टैंडर्ड, एक बेसिक और एक कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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बेतिया – पुजहा माई : क प्रीमियम और स्टैंडर्ड, एक बेसिक और एक कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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बेतिया – कुशीनगर : क प्रीमियम और स्टैंडर्ड, एक बेसिक और एक कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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मोतिहारी – रक्सौल : एक प्रीमियम और स्टैंडर्ड, एक बेसिक और एक कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास
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गोपालगंज – कुशीनगर : एक प्रीमियम और स्टैंडर्ड, एक बेसिक और एक कार्यरत संरचनाओं का होगा विकास