शिवभक्तों के लिए 19 साल बाद बन रहा महासंयोग, दो महीने का होगा सावन, पड़ेंगे आठ सोमवार
इस वर्ष सावन के शुभ महीने की शुरुआत चार जुलाई से हो रही है. पहली साेमवारी 10 जुलाई को है. तो वहीं सावन की समाप्ति 31 अगस्त को होगी. इस बार मलमास सावन के महीने में ही पड़ रहा है है, इसलिए 30 की बजाय इस बार 59 दिनों का सावन होगा.
सावन का महीना भगवान भोले को बहुत प्रिय है. इस दौरान बिहार सहित देश के अलग-अलग क्षेत्रों में मेला लगता है. जहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. भक्त बाबा का जलाभिषेक करने के लिए सावन के महीने में दूर-दूर से शिव शंकर के मंदिरों में पहुंचते हैं. वहीं इस साल सावन दो महीने का होगा और आठ सोमवार होंगे. ऐसा मलमास के कारण हो रहा है. इस बार मलमास सावन के महीने में ही पड़ रहा है है, इसलिए 30 की बजाय इस बार 59 दिनों का सावन होगा. ऐसा महासंयोग 19 साल बाद हो रहा है. इस बार 18 जुलाई से 16 अगस्त तक मलमास रहेगा, दो माह तक सावन होने के कारण इस बार आठों सोमवार को कांवरिये और श्रद्धालु भोले नाथ का जलाभिषेक करेंगे.
चार जुलाई से सावन
इस वर्ष सावन के शुभ महीने की शुरुआत चार जुलाई से हो रही है. पहली साेमवारी 10 जुलाई को है. तो वहीं सावन की समाप्ति 31 अगस्त को होगी. इस साल सावन में दुर्लभ मणिकांचन योग भी लग रहा है. जिसे शुभकारी बताया जा रहा है. इस बार रक्षाबंधन का त्योहार भी सावन में 30 अगस्त को मनाया जायेगा.
आठों सोमवार को जलाभिषेक
गरीबनाथ मंदिर के पुजारी पं.विनय पाठक ने कहा कि इस बार आठों सोमवारी को कांवरिये और भक्त जलाभिषेक करेंगे. मलमास में किसी तरह की पूजा की महत्ता और बढ़ जाती है. इस कारण सावन के आठों सोमवार को पूजा होगी और भोलेबाबा का महाशृंगार भी किया जायेगा. कई वर्षों के बाद यह संयोग बना है, दो महीनों तक पवित्र माह में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होगा. मंदिर में पूरे सावन जलाभिषेक की विशेष तैयारी रहेगी.
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पहला सोमवार 10 जुलाई
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दूसरा सोमवार 17 जुलाई
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तीसरा सोमवार 24 जुलाई
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चौथा सोमवार 31 जुलाई
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पांचवां सोमवार 7 अगस्त
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छठा सोमवार 14 अगस्त
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सातवां सोमवार 21 अगस्त
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आठवां साेमवार 28 अगस्त