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बिहार के स्कूली बच्चों को आज से मिलेगी मुफ़्त किताबें, स्कूलों में होगा वितरण समारोह

विभाग की ओर से सभी स्कूल में 11 से 15 अप्रैल तक पाठ्य पुस्तक वितरण समारोह आयोजित कर बच्चों को नि:शुल्क किताबें उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 11, 2023 2:02 AM

मुजफ्फरपुर में सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा के बच्चों को इस हफ्ते नयी किताबें मिल जायेंगी. विभाग की ओर से सभी स्कूल में 11 से 15 अप्रैल तक पाठ्य पुस्तक वितरण समारोह आयोजित कर बच्चों को नि:शुल्क किताबें उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. इसको लेकर डीइओ अजय कुमार सिंह ने सभी बीइओ को जवाबदेही सौंपी है. प्रखंड मुख्यालय से सभी स्कूलों तक किताब पहुंचाने के लिए रूट चार्ट बनाकर संबंधित विद्यालयों को सूचना देने के लिए कहा है, ताकि दोपहर बाद किताब पहुंचने पर रिसीव करने के लिए प्रधानाध्यापक या शिक्षक मौजूद रहें.

डिमांड के अनुसार भेजे जाएंगे किताबों के सेट 

डीइओ ने निर्देश दिया है कि बीआरसी से स्कूलों को किताब भेजने के लिए रूट चार्ट तैयार कर लें. एक रूट पर आने वाले सभी स्कूलों के लिए डिमांड के अनुसार किताबों का सेट भेज दें. वर्तमान में मॉर्निंग शिफ्ट में स्कूल संचालित हो रहे हैं. सुबह 11.30 बजे तक ही स्कूल खुले रहते हैं. ऐसे में यदि किताब लेकर कोई 11.30 बजे के बाद जायेगा, तो उसे वापस लौटना पड़ेगा. ऐसे में पहले से कार्यक्रम निर्धारित करके सभी बीइओ संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को अवगत करा दें, जिससे कोई शिक्षक मौजूद रहेगा.

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अभी मिलेंगे 70 प्रतिशत किताब

साथ-साथ डीइओ ने सभी बीइओ व प्रधानाध्यापकों को निर्देशित किया है कि राज्य कार्यालय के आदेशानुसार डिमांड की 70 प्रतिशत किताब ही अभी मिल रही है. ऐसे में ऐसे में किताबों का वितरण इस बात को ध्यान में रखकर किया जाये. बता दें कि सभी स्कूलों में 15 अप्रैल तक पाठ्य पुस्तक वितरण समारोह आयोजित किया जाना है. इसमें विभागीय अधिकारियों के साथ ही स्थानीय जन प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित करने के लिए कहा गया है.

पहले अभिभावकों के बैंक अकाउंट में भेजे जाते थे पैसे 

इससे पहले तक बच्चों के किताब के पैसे अभिभावकों के बैंक खातों में भेजा जाता था लेकिन इस बार योजना में थोड़ा बदलाव किया गया है. अभिभावकों के बैंक खतों में पैसे भेजने के बजाय विभाग ने सीधे किताबें बच्चों को देने का निर्णय लिया है.

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