Video: वैशाली में स्कूली छात्राओं ने जमकर काटा बवाल, शिक्षा विभाग के अधिकारी की गाड़ी में की तोड़फोड़
वैशाली के महनार में मंगलवार को शिक्षा विभाग के अधिकारी को छात्राओं के गुस्से का सामना करना पड़ा. स्कूल में सुविधाओं के अभाव को लेकर प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने शिक्षा विभाग की गाड़ी में जमकर तोड़फोड़ की है.
जहां बिहार में शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 75 प्रतिशत अनिवार्य करने के बाद स्कूल की बदहाल व्यवस्था की पोल खुलने लगी है. मंगलवार को वैशाली जिला के उच्च विद्यालय महनार बालिका की छात्राओं ने स्कूल में बैठने की व्यवस्था नहीं होने के विरोध में जमकर हंगामा किया. छात्राओं ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की गाड़ी को लाठी-डंडे और ईंट-पत्थरों से क्षतिग्रस्त कर दिया. प्रदर्शन एवं हंगामे के दौरान आधा दर्जन छात्राएं बेहोश भी हो गयीं. साथ ही एएसआइ पूनम कुमारी भी बेहोश हो गयीं. सभी को भी इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महनार ले जाया गया. वहीं एएसआइ को हाजीपुर रेफर किया गया है. सूचना पर पहुंचे वरीय पदाधिकारियों ने मामले को शांत कराया.
सुविधाओं के अभाव को लेकर प्रदर्शन कर रही थी छात्राएं
जानकारी के अनुसार स्कूल में सुविधाओं के अभाव को लेकर महनार मोहिउद्दीनगर मुख्य मार्ग पर स्थित बालिका उच्च विद्यालय महनार की छात्राएं मदन चौक व पटेल चौक के समीप सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रही थी. इस बात की जानकारी होने पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी छात्राओं को शांत कराने मौके पर पहुंचे. लेकिन उन्हें वहां छात्राओं के गुस्से का सामना करना पड़ा. प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने उनकी गाड़ी को पत्थर और डंडों से क्षतिग्रस्त कर दिया. इसके बाद मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बाल की तैनाती की गई है.
छात्राओं ने महिला पुलिसकर्मी पर लगाया आरोप
छात्राओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि महिला पुलिसकर्मी द्वारा उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया और साथ ही उन्हें पीटा भी. इसी के बाद आक्रोशित छात्राओं ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की गाड़ी के साथ तोड़फोड़ की. वहीं इस दौरान एएसआइ पूनम कुमारी भी बेहोश हो गई, जिसके बाद उन्हें स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. जहां से उन्हें हाजीपुर रेफर कर दिया गया.
छात्राओं के नामांकन और बैठने की स्थिति में जमीन आसमान का फर्क
वहीं इस मामले में विद्यालय प्रशासन का कहना है कि विद्यालय को हाई स्कूल से +2 कर दिया गया है. लेकिन सरकार द्वारा दिया गया भवन अभी भी वही है. इस वजह से विद्यालय में छात्राओं का नामांकन अधिक होने और उनके बैठने की स्थिति में आसमान जमीन का फर्क है. विद्यालय में 2080 छात्राओं का नामांकन है. जबकि 600 से 700 छात्राओं के ही बैठने की व्यवस्था है. शिक्षा विभाग की ओर से छात्राओं के 75 प्रतिशत उपस्थित को अनिवार्य करने के कारण छात्राएं भारी संख्या में विद्यालय पहुंच रही हैं. जिसके कारण उन्हें बैठने तक की जगह नहीं मिल पाती है. प्रत्येक दिन लगभग यही स्थिति बनती है.
आधा दर्जन छात्राएं हो गई बेहोश
इस प्रदर्शन व हंगामा के दौरान आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की गाड़ी को लाठी डंडे और ईंट पत्थरों से मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया. इस दौरान आधा दर्जन छात्राएं बेहोश भी हो गई. एक पुलिस पदाधिकारी को भी इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महनार से हाजीपुर रेफर किया गया है. हंगामे की सूचना पर पहुंचे वरीय, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने पूरे मामले को शांत कराया.
कई घंटों तक जाम रही सड़क
इस संबंध में बताया गया कि छात्राएं लगातार स्कूल आ रही है. लेकिन सुविधाओं के अभाव को लेकर आक्रोशित छात्राओं ने गुरुवार को शिक्षा विभाग के विरुद्ध बगावत करते हुए विद्यालय के सामने सड़क पर निकाल कर हाजीपुर-महनार-मोहिउद्दीन नगर एनएच 122 बी को जाम कर दिया. बाद में कुछ छात्राएं मदन चौक पर आ गई और यहां भी उन्होंने सड़क को जाम कर दिया. जिससे पूरे बाजार में अपरा तफरी की स्थिति बन गई. मदन चौक से लेकर विद्यालय तक का क्षेत्र रणक्षेत्र बना गया. यह सड़क भी जाम हो गया, जो कई घंटों तक चला.
एसडीओ ने बताया, आखिर क्यों नाराज हैं छात्राएं
महनार के एसडीओ से जब इस घटना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यहां स्कूल में छात्राओं की संख्या कक्षाओं की क्षमता से अधिक है. ऐसे में जब छात्राओं को क्लास में बैठने की जगह नहीं मिली तो उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस वजह से सड़क भी जाम हो गया. उन्होंने कहा कि हम प्रयास कर रहें कि स्कूल को दो पालियों में चलाया जाए. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
हाजीपुर से कैफ अहमद और कृत्यानन्द सिंह की रिपोर्ट
Also Read: केके पाठक के विभाग और BPSC के बीच बढ़ा विवाद! शिक्षा विभाग ने लौटाया पत्र, कहा-आयोग की चिट्ठी में अनर्गल बातें Also Read: BPSC TRE Result: बीपीएससी ने शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर बड़ा फैसला, अब इस दिन तक दर्ज करा सकते हैं आपत्ति Also Read: BPSC और केके पाठक का विवाद पहुंचा संविधान तक, आयोग ने शिक्षा विभाग को भविष्य में पत्र न लिखने की दी हिदायत