फुलवारीशरीफ. फुलवारीशरीफ में आतंक की पाठशाला चल रही थी. मार्शल आर्ट व शारीरिक शिक्षा के नाम पर देश विरोधी अस्त्र-शस्त्र चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी. इस मामले में प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन सिमी के पूर्व सदस्य अतहर परवेज और झारखंड पुलिस से रिटायर्ड दारोगा मो जलालुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया. ये दोनों फिलहाल पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) व सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआइ) के सक्रिय सदस्य हैं. इनके पास से पीएफआइ का झंडा, पंपलेट, बुकलेट व गुप्त दस्तावेज के साथ ही 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए मुहिम चलाने से जुड़े दस्तावेज मिले हैं.
देश की इंटेलिजेंस एजेंसियों के द्वारा इनपुट मिलने के बाद पुलिस टीम कुछ दिन पहले ही हरकत में आ गयी थी. सोमवार की रात पुलिस ने बड़े ही गुप्त ढंग से दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने दो लोगों को पहले पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. दो दिनों के बाद मकान मालिक जलालुद्दीन को बांड पर छोड़ दिया गया. एनआए और एटीएस के अधिकारियों ने पूछताछ कर आइबी द्वारा दी गयी जानकारी का मिलान कराया. बताया जाता है कि दिल्ली आइबी द्वारा दिया गया पूरा इम्पुट का मिलान हो गया है. यहां कार्यालय में केरला से लोग आकर प्रशिक्षण लेते थे.
पुलिस ने मकान मालिक जलालुद्दीन को भी गिरफ्तार कर लिया. आइबी और अन्य एजेंसी से पुलिस को सूचना मिली थी कि अतहर परवेज नाम का शख्स रिटायर्ड दारोगा मोहम्मद जलालुद्दीन के घर में कार्यालय खोलकर देश विरोधी गतिविधियां चला रहा है. वह युवाओं की फौज तैयार कर रहा है. वह भोले भाले और कम पढ़े लिखे युवाओं का ब्रेनवाश कर उन्हें देश विरोधी घटनाओं को अंजाम देने के लिए ट्रेंड कर रहा है. उसके यहां प्रशिक्षण लेने के लिए झारखंड और बंगाल तक के लोग आ रहे थे. इससे पहले भी फुलवारी शरीफ से आतंकी संगठनों से जुड़े कुछ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि सिमी के पूर्व सदस्य अतहर परवेज और झारखंड पुलिस से रिटायर्ड दारोगा मो जलालुद्दीन के खाते में करोड़ों रुपये विदेशों से आने की जानकारी मिली है. पुलिस को इनके पास से 14 लाख, 30 लाख और 40 लाख रुपए के ट्रांजैक्शन का भी प्रमाण मिला है. इसकी जांच की जा रही है. साथ ही इन रुपयों के सहारे केरला से प्रशिक्षित लोगों को बुला कर यहां के लोगों को कई तरह का प्रशिक्षण भी दिलाया गया. विदेशों से आये अवैध धन के माध्यम से अतहर परवेज और रिटायर्ड दारोगा जलाउद्दीन खां ने करोड़ों की संपत्ति बनायी है. इसकी भी जांच की जा रही है.