आतंक की पाठशाला: देश विरोधी मुहिम चलाये जाने के नेटवर्क का भंडाफोड़, पटना में 26 लोगों पर एफआइआर
पटना के फुलवारीशरीफ इलाके से चरमपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) के साथ संबंधों के आरोप में तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद ‘देश विरोधी मुहिम चलाये जाने के बड़े नेटवर्क' का भंडाफोड़ हुआ है. सिमी के तर्ज पर पीएफआइ ने बिहार के हर जिले में अपने संगठन को गुप्त तरीके से फैला रखा है.
पटना/ फुलवारी शरीफ. पटना के फुलवारीशरीफ इलाके से चरमपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) के साथ संबंधों के आरोप में तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद ‘देश विरोधी मुहिम चलाये जाने के बड़े नेटवर्क’ का भंडाफोड़ हुआ है. सिमी के तर्ज पर पीएफआइ ने बिहार के हर जिले में अपने संगठन को गुप्त तरीके से फैला रखा है.
देश विरोधी गतिविधियों की ट्रेनिंग
पुलिस ने फुलवारीशरीफ से अतहर परवेज और मो जलालुद्दीन के बाद अरमान मलिक को भी गिरफ्तार किया है, जिसके बारे में बताया जाता है कि वह देश विरोधी गतिविधियों की ट्रेनिंग देता था. पुलिस ने मामले में राज्य के अलग-अलग जिलों और दूसरे राज्यों के 26 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. उनमें से तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है.
इन धाराओं में हुए आरोपित
बाकी की खोज में बुधवार की रात से ही छापेमारी हो रही है. इसके अलावा करीब दस संदिग्ध लोगों को पुलिस ने अलग-अलग जगहों से हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष एकरार अहमद के बयान के आधार पर दर्ज उक्त केस आइपीसी की धारा 120 बी, 121, 121 ए, 153 ए, 153 बी, 34 भादवि के तहत दर्ज किया गया है.
बड़ी कार्रवाई की योजना थी
थानाध्यक्ष ने अपने बयान में कहा है कि हमें गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध लोग प्रधानमंत्री के प्रस्तावित पटना दौरे के दौरान गड़बड़ी करने के लिए इकट्ठे हुए हैं और इनको पिछले एक पखवारे से ट्रेनिंग दी जा रही है. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की थी. फुलवारीशरीफ के एडिशनल एसपी मनीष कुमार के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 12 जुलाई को पटना दौरे के कुछ घंटों पहले ही संदिग्ध आतंकी अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया गया था.
2047 तक का रोडमैप बना रहे थे गुप्त संगठन
पूछताछ में अतहर परवेज ने पुलिस को बताया कि पीएफआइ के कहने पर वह सिमी के पूर्व सदस्यों को जोड़कर एक गुप्त संगठन तैयार कर रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार का बदला लेना है. उसने यह भी कहा कि नूपुर शर्मा के द्वारा जो हमारे धर्म पर अपशब्द बोला गया है, उसके खिलाफ बदला लेने के लिए मुहिम चलाया गया. महाराष्ट्र के अमरावती और उदयपुर में बदला लिया गया है. फुलवारीशरीफ के एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि बुधवार देर रात गिरफ्तार किये गये मो जलालुद्दीन और अतहर परवेज का संबंध पूर्व में सिमी से रहा है. परवेज का छोटा भाई कुछ बम विस्फोटों के मामले में जेल गया था. परवेज कई लोगों का बेलर भी रहा है.
आइबी व एटीएस ने शुरू की जांच
इधर, इस मामले में आइबी और आतंकवादी निरोधक दस्ता एटीएस ने भी जांच शुरू कर दी है. पुलिस मुख्यालय में एडीजी जीएस गंगवार ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की. उन्होंने बताया कि इस मामले की वरीय स्तर पर जांच की जा रही है. एडीजी मुख्यालय ने कहा कि देश विरोधी और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने पर पर फुलवारीशरीफ थाना इलाके में स्थित कार्यालय तलाशी ली गयी. इस दौरान वहां पर पीएफआइ और उससे संबंधित अन्य संगठनों के दस्तावेज और दो मोबाइल मिले हैं. मोबाइल की फोरेंसिक जांच करायी जा रही है.