School Reopen In Bihar : कक्षा एक से पांच तक के स्कूलों के खुले रहेंगे सभी गेट, जानिये गाइडलाइन की मुख्य बातें
सोमवार एक मार्च से कक्षा एक से पांचवीं कक्षा के क्लास शुरू हो जायेंगे. प्रत्येक दिन 50 फीसदी बच्चों की उपस्थिति अनिवार्य की गयी है.
पटना . सोमवार एक मार्च से कक्षा एक से पांचवीं कक्षा के क्लास शुरू हो जायेंगे. प्रत्येक दिन 50 फीसदी बच्चों की उपस्थिति अनिवार्य की गयी है.
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार की तरफ से जारी गाइडलाइन में साफ कर दिया गया है कि प्रत्येक अध्ययन दिवस में किसी भी क्लास में बच्चों की उपस्थिति 50 फीसदी से अधिक नहीं होनी चाहिए. हालांकि शिक्षकों की उपस्थित शत-प्रतिशत सुनिश्चित रखने के लिए कहा गया है. गाइडलाइन में दो टूक कहा कि किसी भी प्राइमरी स्कूल के सभी गेट अनिवार्य तौर पर खुले रहने चाहिए.
गाइडलाइन की मुख्य बातें
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अगर बच्चों की संख्या अधिक है तो दो पालियों में चले.
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विद्यालय में भीड़ भाड़ वाले आयोजन न किये जाएं.
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अभिभावक और शिक्षक वर्चुअल मीटिंग करेंगे.
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यदि संभव हो तो ऐसे स्कूलों में ऑनलाइन नामांकन किया जाये.
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प्रत्येक स्कूल में कोविड के मद्देनजर समुचित चिकित्सीय प्रबंध रखे जाएं.
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बच्चों एवं उनके माता-पिता से स्वास्थ्य संबंधी व अंतरराज्यीय यात्रा का घोषणा पत्र लिया जाये.
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बच्चों के बैठने की दूरी कम से कम छह फुट होना चाहिए.
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बच्चों के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग किया जाये.
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सबसों को प्रतिदिन दो बार सैनिटाइज किया जाये.
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बाहरी वेंडर स्कूल में खाद्य सामग्री नहीं बेच सकेंगे.
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बच्चों की उपस्थित भी ऑनलाइन या डिजिटल मोड में ली जाये.
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आकस्मिक सुरक्षा के लिए टास्क टीम का गठन किया जाये.
शिक्षा विभाग कक्षा एक से पांच तक के स्कूल आ रहे प्रत्येक बच्चे को दो-दो वॉशेबल मास्क उपलब्ध करायेगा. ये मास्क जीविका को उपलब्ध कराना है.
स्कूलों में 8 से 20 मार्च तक चलेगा नामांकन अभियान
इधर राज्य के सरकारी स्कूलों में 8 से 20 मार्च तक नामांकन अभियान चलेगा. शिक्षा विभाग ने इस संदर्भ में गुरुवार को आधिकारिक आदेश जारी कर दिया है. शिक्षा विभाग के विशेष सचिव सतीश चंद्र झा की तरफ से जारी इस आदेश में कहा गया है कि अभियान में शत-प्रतिशत बच्चों का नामांकन कराया जायेगा.
सतीश चंद्र झा ने प्रदेश के जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को लिखे पत्र में साफ कर दिया कि नामांकन के लिए शिक्षा सेवकों को अनिवार्य तौर पर मदद करनी होगी.
शिक्षा विभाग का दूसरा अहम निर्णय यह है कि एक अप्रैल से सभी कक्षाओं के लिए तीन माह का कैच अप कोर्स कराया जायेगा. यह कैच अप कोर्स शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए होगा. इस कैच अप कोर्स के दौरान कमजोर बच्चों को पढ़ाया जायेगा, ताकि जब वह नयी कक्षा में जाएं, तो उन्हें किसी तरह की असुविधा न हो.
Posted by Ashish Jha