School Reopen in Bihar : बिहार में निचली कक्षाओं में पढ़ाई पर निर्णय कोरोना की समीक्षा के बाद, शिक्षामंत्री ने कहा- बच्चों के स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं

school reopen in bihar today news शिक्षा में बेहतर माहौल बनाने की जवाबदेही केवल सरकार की ही नहीं है, बल्कि इसमें शिक्षक, अभिभावक और विद्यार्थियों की भी अहम भूमिका है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 12, 2021 6:17 AM

पटना. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि कोरोना की स्थिति की समीक्षा के बाद ही निचली कक्षाओं में पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया जायेगा. बच्चों के स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं किया जायेगा.

कोरोना के मद्देनजर सरकार स्कूल में पढ़ाई की योजना बनायेगी. वह गुरुवार को पदभार ग्रहण करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे.

मालूम हो कि अभी पांचवीं तक की कक्षाओं में पढ़ाई नहीं शुरू की गयी है. शिक्षा मंत्री ने दो टूक कहा है कि हमारा मानना है कि वर्तमान में पदस्थ शिक्षक अयोग्य नहीं हैं. वे बेहतर हैं. बस उन्हें अपना शत-प्रतिशत योगदान देना है.

शिक्षा में बेहतर माहौल बनाने की जवाबदेही केवल सरकार की ही नहीं है, बल्कि इसमें शिक्षक, अभिभावक और विद्यार्थियों की भी अहम भूमिका है.

अटके नियोजन के संबंध में उन्होंने साफ किया कि इस बारे में मैं अभी जानकारी लूंगा. तभी में कुछ कह सकूंगा. उन्होंने साफ किया कि भविष्य में और बेहतर और योग्य शिक्षकों की जरूरत है, ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया करायी जा सके.

सीबीएसइ का नया सत्र एक अप्रैल से

सीबीएसइ स्कूलों का नया सत्र एक अप्रैल से शुरू हो जायेगा. बोर्ड ने इस संबंध में सर्कुलर जारी कर दिया है. बोर्ड ने स्कूलों को फेस-टू-फेस क्लासेज के लिए एकदम तैयार रहने को कहा है.

सभी राज्य अपनी राज्य सरकार की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए समय पर नया सत्र शुरू कर देंगे. नौवीं और 11वीं के स्टूडेंट्स पर स्कूलों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरी है.

स्कूलों को इस संबंध में सतर्क रहना होगा. स्कूल लर्निंग गैप पर ध्यान देंगे. लर्निंग गैप को समझकर उनकी समस्याओं का समाधान भी स्कूलों को करना होगा.

शिक्षकों को हर बच्चे पर ध्यान देना होगा. उनकी लर्निंग गैप को समझकर पढ़ाया जा सके. बोर्ड ने बच्चों के राइटिंग स्किल्स और डाउट को क्लियर करने को भी कहा है. उनकी परीक्षाएं कोरोना के सारे प्रोटोकॉल के तहत लेनी होंगी. इन परीक्षाएं का आयोजन नये सेशन के शुरुआत में लेनी है, ताकि उनकी समस्याओं को समझते हुए नये सत्र में उनका निवारण किया जा सके.

Posted by Ashish Jha

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