मुजफ्फरपुर. बिहार में पड़ रही अत्यधिक गर्मी के कारण अब मुजफ्फरपुर जिले के सरकारी से लेकर निजी स्कूलों में 5वीं तक के बच्चों की दस बजे के बाद पढ़ाई नहीं होगी. इस संदर्भ में डीएम की ओर से गुरुवार को निर्देश जारी किया गया है. यह व्यवस्था 5 जून तक के लिए लागू की गयी है.
डीएम ने बताया है कि अत्यधिक गर्मी और हीटवेव के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. ऐसे में जिले के निजी से लेकर सरकारी विद्यालयों में नर्सरी से 5वीं कक्षा तक की शैक्षणिक गतिविधियों को 10 बजे के बाद प्रतिबंधित किया जाता है.
बता दें कि पिछले दो दिनों से मुजफ्फरपुर का पारा 40 डिग्री सेल्सियस के करीब है. वहीं गर्मी को लेकर मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि इस महीने में दिन औ रात में भीषण गर्मी पड़ेगी. दो से चार जून तक बिहार के विशेष रूप से उत्तरी बिहार में लू चलने की आशंका है. यहां यलो अलर्ट जारी किया गया है.
गर्मी के मौसम में लोगों को अपने आहार में गरिष्ठ भोजन की तुलना में तरल पदार्थ ज्यादा शामिल करना चाहिए. जो लोग मधुमेह से पीड़ित है, उन्हें अपने शुगर लेवल का ध्यान रख ही मीठे तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए. अन्य लोग अपनी इच्छा के अनुसार ग्लूकोज, नींबू पानी, कोल्ड ड्रिंक, शरबत, फ्रूट जूस या अन्य शीतल पेय ले सकते हैं. क्योंकि किसी भी सूरत में शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए, अन्यथा डिहाइड्रेशन होने के कारण स्थिति बिगड़ सकती है.
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चिलचिलाती धूप में बाहर निकलने पर विभिन्न प्रकार के चर्म रोग हो सकते हैं. चिकित्सक के मुताबिक पहली बात तो यह है कि धूप के समय बेहद आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकले. बाहर निकलने की अवस्था में पूरी मात्रा में पानी पीकर तथा पूरे बदन को ढक कर निकलना चाहिए. ध्यान यह देना चाहिए कि पहने हुए कपड़े सूती व हल्के हो तथा उनसे पूरा शरीर ढका हुआ हो. आंखों को धूप से बचाने के लिए चश्मा या गमछा का प्रयोग करना चाहिए.
गर्मी के मौसम में बाहर से वापस घर आने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए. चिकित्सकों के मुताबिक ऐसा करने से खांसी, सर्दी या बुखार तथा गले में दर्द की समस्या उत्पन्न हो सकती है. इतना ही नहीं अगर व्यक्ति एसी का प्रयोग कर रहा हो तो एसी वाले कमरे से निकलकर तुरंत धूप वाले वातावरण में भी नहीं जाना चाहिए.