बिहार के स्कूलों में गर्मी की छुट्टी के बाद आज से बजेगी घंटी, शुरू होगा नियमित निरीक्षण

बिहार के सरकारी स्कूल सोमवार को गर्मी की छुट्टी के बाद खुल रहे हैं. स्कूल खुलने के बाद कक्षा 10 से 12वीं तक के स्कूलों के निरीक्षण की खासियत होगी कि एक जुलाई से 31 जुलाई तक हर विद्यालय का सप्ताह में दो बार निरीक्षण किया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | July 3, 2023 2:10 AM

दरभंगा. गर्मी छुट्टी के बाद सोमवार तीन जुलाई से बिहार के सभी कोटि के सरकारी स्कूल खुल रहे हैं. दरभंगा जिला के 300 से अधिक सभी कोटि के सरकारी स्कूलों का निरीक्षण प्रथम दिन से शुरू होने जा रहा है. जिला स्तर पर प्रखंडवार निरीक्षण के लिए टीम तय कर दी गई है. एक निरीक्षी पदाधिकारी को अधिकतम आठ विद्यालयों का निरीक्षण करना है. किस टीम को कहां जाना है, डीएम एवं डीइओ स्तर से जारी संयुक्त चार्ट संबंधित अधिकारी व कर्मियों को थमा दिया गया है. इस निरीक्षण अभियान का संचालन डीएम राजीव रौशन के हाथ में है. यह दौर 31 जुलाई तक चलेगा. निरीक्षण पर जिलास्तर पर डीएम एवं डीइओ समर बहादुर सिंह के अलावा राज्य मुख्यालय स्तर पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक नजर रखेंगे.

पूर्व से रहेगी निरीक्षण पदाधिकारी की जानकारी

अमूमन विद्यालयों के निरीक्षण की जानकारी पाकर हेडमास्टर व शिक्षक चिंतित हो जाते हैं, लेकिन इस बार उल्टा नजारा देखने को मिल रहा है. विद्यालय के औचक निरीक्षण को नामित किए गए निरीक्षण पदाधिकारी व कर्मी ही तनाव में दिख रहे हैं. उन लोगों का कहना है कि उनका इस लिस्ट में नाम नहीं रहता तो अच्छा था. वहीं जिन पदाधिकारी व कर्मियों का नाम निरीक्षी पदाधिकारी की सूची में नहीं है, वे खुश नजर आ रहे हैं.

सप्ताह में दो बार किया जायेगा सभी विद्यालयों का निरीक्षण

कक्षा 10 से 12वीं तक के स्कूलों के निरीक्षण की खासियत होगी कि एक जुलाई से 31 जुलाई तक हर विद्यालय का सप्ताह में दो बार निरीक्षण किया जायेगा. कुछ ऐसी ही स्थिति प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों की भी है. निरीक्षण के लिए डीएम एवं डीइओ के संयुक्त हस्ताक्षर से कैलेंडर बनाया गया है. निरीक्षण अभियान में शिक्षा विभाग के अफसरों के अलावा कई विभागों के लिपिक से लेकर उस विभाग के जिला स्तरीय शीर्ष पदाधिकारियों को लगाया गया है. निरीक्षण में लिपिक और कंप्यूटर ऑपरेटर तक लगाए गए हैं. निरीक्षण के लिए संविदा कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है. बिहार परियोजना और विभाग के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों को भी निरीक्षण की जवाबदेही सौंपी गयी है. स्कूलों में निरीक्षण के दौरान यह भी देखना है कि विद्यार्थी वास्तविक रूप से पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं. इसके अलावा मध्याह्न भोजन, निर्माण कार्य, स्कूल खातों में राशि का प्रबंधन सहित एक दर्जन से अधिक बिंदुओं की जानकारी जुटायी जानी है.

नोटिस बोर्ड पर ही छात्रों की संख्या व उपस्थिति दर्ज कराने का आदेश

स्कूल प्रधान को निर्देश दिया गया है कि निरीक्षण के दौरान निरीक्षी पदाधिकारी का समय नष्ट न हो इसके लिए विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर नामांकित छात्रों की संख्या व उपस्थित छात्रों का आंकड़ा कक्षा प्रारंभ होने के पहले 20 मिनट के अंदर दर्ज कर दें. इससे निरीक्षी पदाधिकारी व कर्मियों को मॉडल फॉर्मेट भरने में सुविधा होगी. साथ ही प्रारंभिक विद्यालयों के स्कूल प्रधान के कार्यालय कक्ष में विद्यालय शिक्षा समिति की बैठक पंजी, मध्याह्न भोजन पंजी, प्रबंध समिति की बैठक पंजी को भी रखने का निर्देश दिया गया है. निरीक्षी पदाधिकारी व कर्मियों को प्रत्येक कक्षा में जाकर साफ-सफाई का जायजा लेने और संबंधित शिक्षक का हस्ताक्षर कक्षा में कराने के लिए कहा गया है. इस दौरान समय मिलने पर बच्चों व उनके अभिभावकों से भी बातचीत करने का निर्देश दिया गया है. निरीक्षण में शामिल सभी पदाधिकारी व कर्मियों को रोस्टर व मॉडल इंस्पेक्शन प्रपत्र उपलब्ध करा दिया गया है.

मॉडल फॉर्मेट में देनी है इंस्पेक्शन रिपोर्ट

निरीक्षण के लिए सेक्टर ऑफिसर के रूप में अपर समाहर्ता, वरीय उप समाहर्ता (एसडीसी), बीडीओ, सीओ, राजस्व पदाधिकारी (आरओ) व प्रभारी पदाधिकारियों को भी नामित किया गया है. इसके अलावा संबंधित अनुमंडल के अनुमंडल पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्राधीन विद्यालयों में होने वाले निरीक्षण कार्य की मॉनिटरिंग करेंगे. निरीक्षी पदाधिकारी व कर्मी विद्यालय का निरीक्षण कर अपना प्रतिवेदन मॉडल प्रपत्र में प्रत्येक दिन शाम को संबंधित बीइओ को सौंपेंगे. निरीक्षण के बाद विद्यालय निरीक्षण पंजी में निरीक्षण अधिकारी और मॉडल प्रपत्र में सभी उपस्थित शिक्षक अपना हस्ताक्षर बनायेंगे.

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आज से स्कूल दिवाकालीन

गर्मी छुट्टी के बाद प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों का वर्ग संचालन सुबह नौ बजे से तीन बजे तक होगा. वहीं माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय का वर्ग संचालन सुबह 9.30 बजे से शाम चार बजे तक होगा.

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