पटना के पाटलिपुत्र जंक्शन से 12 जोड़ी ट्रेनें रोजाना खुलती हैं. लिहाजा यात्रियों की सुविधा को देखते हुए पाटलिपुत्र जंक्शन पर सेकेंड एंट्री प्वाइंट का निर्माण हो रहा है. यह सेकेंड एंट्री प्वाइंट अगले साल तक बनकर तैयार हो जाएगा. अब मुसाफिर प्लेटफॉर्म नंबर पांच से प्लेटफॉर्म नंबर एक तक पहुंच सकेंगे.
दरअसल दानापुर, सगुना मोड़ और उत्तर बिहार से पाटलिपुत्र जंक्शन आने-जाने वाले लोगों को अभी यहां पहुंचने के लिए गेट नंबर एक ही एक रास्ता है. लिहाजा इन इलाकों से आने वाले लोगों के लिए सेकेंड एंट्री प्वाइंट निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. पाटलिपुत्र जंक्शन पर अभी दो फुटओवर ब्रिज हैं, जो प्लेटफॉर्म नंबर एक को प्लेटफॉर्म नंबर पांच से जोड़ते हैं. अब दोनों फुटओवर ब्रिज का विस्तार किया जायेगा और इसे सेकेंड एंट्री प्वाइंट से जोड़ दिया जायेगा.
पाटलि पुल के पिलर नंबर 15 और 16 के नीचे से एक रास्ता तैयार हो रहा है और इसी रास्ते को फुटओवर ब्रिज के विस्तार वाले हिस्से से जोड़ दिया जायेगा. हालांकि सेकेंड एंट्री प्वाइंट पर पार्किंग की सुविधा नहीं होगी. दीघा, दानापुर, सगुना मोड़, हाजीपुर के यात्री सीधे सेकेंड एंट्री प्वाइंट के जरिये पाटलिपुत्र जंक्शन में दाखिल हो सकेंगे. अब इन इलाकों के मुसाफिरों को पाटलिपुत्र जंक्शन पर पहुंचने के लिए बेली रोड का चक्कर लगाना होता है. सेकेंड एंट्री प्वाइंट के बन जाने से मुसाफिरों को तीन किलोमीटर की दूरी कम तय करनी होगी.
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सेकेंड एंट्री प्वाइंट के रास्ते न सिर्फ यात्रियों की आवाजाही आसान होगी, बल्कि यहां एक बुकिंग काउंटर का भी निर्माण कराया जायेगा. यहां आरक्षित और अनारक्षित दोनों श्रेणियों की टिकट बुकिंग की सुविधा होगी. पिछले साल दिसंबर में सेकेंड एंट्री प्वाइंट का निर्माण शुरू हुआ था. रेलवे के आला अधिकारी के मुताबिक, अगले साल सेकेंड एंट्री प्वाइंट का उद्घाटन कर दिया जायेगा. यहां यात्रियों के लिए पिक एंड ड्रॉप की सुविधा होगी.