बिहार में मिला एमआइएस सी का दूसरा मरीज, एसकेएमसीएच में भर्ती, पीकू वार्ड में चल रहा इलाज
एसकेएमसीएच में इलाज को पहुंचे सीतामढ़ी के कुणाल में मल्टीसिस्टम इनफ्लामेट्री सिंड्रोम के लक्षण मिले हैं. जांच में बीमारी की पुष्टि होने के बाद उसका इलाज पीकू वार्ड में किया जा रहा है. अब तक यह एमआइएस सी का दूसरा मरीज है.
मुजफ्फरपुर. एसकेएमसीएच में इलाज को पहुंचे सीतामढ़ी के कुणाल में मल्टीसिस्टम इनफ्लामेट्री सिंड्रोम के लक्षण मिले हैं. जांच में बीमारी की पुष्टि होने के बाद उसका इलाज पीकू वार्ड में किया जा रहा है. अब तक यह एमआइएस सी का दूसरा मरीज है.
एसकेएमसीएच के उपाधीक्षक व शिशु रोग विभागाध्यक्ष डाॅ गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि सीतामढ़ी के पांच वर्षीय कुणाल को 11 जून से बुखार हो रहा है. शरीर सूजा हुआ है. हृदय की गति तेज थी. उसके बाद परिजन सीतामढ़ी के एक अस्पताल में लेकर गये. 13 जून को एसकेएमसीएच में लाया गया.
यहां लाने के बाद उसकी जांच में डी-डायमर व सीआरपी बढ़ा हुआ पाया गया. जांच के बाद मल्टीसिस्टम इनफ्लामेट्री सिंड्रोम की पुष्टि हुई. उसके बाद उसका इलाज शुरू किया गया है. वह शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ जेपी नारायण के यूनिट में भर्ती है.
बताया कि इससे पहले मीनापुर मेथनापुर निवासी कृष्ण सहनी के चार साल की बेटी अंशु कुमारी को बुखार, शरीर में सूजन और तेज सांस चलने के बाद भर्ती कराया गया था. जांच में उसमें भी एमआइएस-सी की पुष्टि हुई थी. बताया कि दवा की कोई कमी नहीं है. पीकू वार्ड में जो भी मरीज आ रहे हैं उनका नि:शुल्क विशेषज्ञ चिकित्सक इलाज कर रहे हैं.
यह लक्षण हो तो सावधान हो जाएं
शिशु रोग विभागाध्यक्ष ने बताया कि बच्चों में होने वाला मल्टीसिस्टम इनफ्लामेट्री सिंड्रोम एक गंभीर बीमारी है. इसका मुख्य लक्षण 24 घंटे या इससे ज्यादा समय तक बुखार होना, उल्टी, दस्त, पेट में दर्द, स्किन रैश, बेवजह थकान, धड़कन तेज होना, सांसें तेज होना, आंखों में लालपन होना, होठों और जीभ पर सूजन या लालिमा, हाथ या पैरों में सूजन, सिरदर्द, चक्कर आने या सिर चकराना है.
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी के बाद देश ब्लैक फंगस के अब एक और यह मल्टीसिस्टम इनफ्लामेट्री सिंड्रोम नयी बीमारी आ गयी है, जो बच्चों को अपनी चपेट में ले रही है.
Posted by Ashish Jha