बिहार के आठ विश्वविद्यालयों में अब मिलेगा रुका हुआ वेतन, प्रभारी कुल सचिवों को मिला वित्तीय अधिकार
राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चौंग्थू ने की तरफ से आठ विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को एक पत्र जारी किया गया है. जारी पत्र में कहा गया है कि आवंटन के विरुद्ध निकासी एवं वेतन भुगतान करने से संबंधित सभी वित्तीय शक्तियां कार्यवाह कुल सचिवों को दे दी गयी हैं.
बिहार के आठ विश्वविद्यालयों में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए दिये गये आवंटन की निकासी नहीं हो पा रही है. लिहाजा पेंशन और वेतन भुगतान भी रुका हुआ है. ऐसे में संबंधित विश्वविद्यालयों के प्रभारी या कार्यवाहक कुल सचिवों को वित्तीय शक्तियां दी गयी हैं, ताकि वह आवंटित धन की निकासी कर वेतन और पेंशन की राशि जारी कर सके. राजभवन ने इस आशय की अधिसूचना जारी कर दी है.
इन विश्वविद्यालय के प्रभारी कुल सचिवों को मिला वित्तीय अधिकार
प्रदेश के जिन आठ विश्वविद्यालयों के कार्यवाहक कुल सचिवों को वित्तीय शक्तियां दी गयी हैं, उनमें कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विवि, मुंगेर विवि, मगध विवि, पटना विवि, मौलाना मजहरूल हक अरबी एवं फारसी विवि, पाटलिपुत्र विवि और जय प्रकाश विश्वविद्यालय शामिल हैं.
सभी कुलपतियों को आदेश जारी
राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चौंग्थू ने की तरफ से आठ विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को एक पत्र जारी किया गया है. जारी पत्र में कहा गया है कि आवंटन के विरुद्ध निकासी एवं वेतन भुगतान करने से संबंधित सभी वित्तीय शक्तियां कार्यवाह कुल सचिवों को दे दी गयी हैं. यह शक्तियां कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आरलेकर के आदेश से दी गयी हैं. यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है.
राजभवन ने उठाया सख्त प्रशासनिक कदम
जानकारी के मुताबिक इससे पहले राज्यपाल सह कुलाधिपति ने पिछले दिनों 11 मार्च को सात विश्वविद्यालयों के कुल सचिवों के कार्यों पर रोक लगा दी थी. एक अन्य मगध विश्वविद्यालय के कुल सचिव को हटा दिया था. इस दौरान कुलाधिपति ने एक पत्र जारी कर निर्देश दिये थे कि संबंधित विश्वविद्यालयों के कुलपति अपने स्तर से कुल सचिवों की व्यवस्था अपने स्तर से करें, ताकि विश्वविद्यालयों के प्रशासनिक कार्य ठीक से जारी रह सके.