गया के अजनामा जंगल में सुरक्षा बलों ने चलाया सर्च ऑपरेशन, जमीन खोदकर हथियार और कारतूस किये बरामद
एसएसबी की टीम द्वारा छापेमारी के दौरान एक स्थान पर जमीन की खुदाई की गयी. जहां से बोरे में रखें कई हथियार बरामद किये गये. बरामद हथियारों में दो कट्टे, एक देसी मेड कारबाइन, नौ एमएम के कई कारतूस व 76.6mm के चौदह कारतूस शामिल हैं.
गया में मोहनपुर के अजनामा जंगल में एसएसबी के कमांडेंट एचके गुप्ता के निर्देश पर चलाये गये सर्च अभियान के दौरान बुधवार को बढ़ी संख्या में हथियारों की बरामदगी की गयी. मिलिट्री इंटेलिजेंस लखनऊ की टीम द्वारा एसएसबी (सहस्त्र सीमा बल) के कमांडेंट को यह सूचना दी गयी थी.
जमीन खोद कर निकाले गए कारतूस
इंटेलिजेंस से सूचना प्राप्त होने के बाद उप कमांडेंट रविशंकर के नेतृत्व में एक टीम बनायी गयी और संबंधित इलाके में छापेमारी की गयी. छापेमारी के दौरान एक स्थान पर जमीन की खुदाई की गयी. जहां से बोरे में रखें कई हथियार बरामद किये गये. बरामद हथियारों में दो कट्टे, एक देसी मेड कारबाइन, नौ एमएम के कई कारतूस व 76.6mm के चौदह कारतूस शामिल हैं.
इलाके में पहले होती थी नक्सली गतिविधियां
बरामद किये गये हथियार किसके हैं, इसको लेकर आवश्यक जानकारी हासिल की जा रही है. इस अभियान के दौरान मोहनपुर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार भी थे. बाद में बरामद किये गये हथियारों को आवश्यक कार्रवाई के लिए मोहनपुर पुलिस के हवाले कर दिया गया है. मोहनपुर का इलाका झारखंड से सटा है, जहां पहले नक्सली गतिविधियां चलती थीं.
पहले भी बरामद हो चुके हैं हथियार और बारूद
मोहनपुर इलाके में नक्सली गतिविधियां जब पूरे चरम पर थीं, तो भारी मात्रा में हथियार और बारूद की बरामदगी हुई थी. लगभग आठ साल बाद एक बार फिर मोहनपुर के अंजनामा इलाके से हथियारों की बरामदगी हुई है. इसके पूर्व साल 2007 से 2011 तक कुशातांड जंगल से भारी मात्रा में गोला-बारूद और हथियारों की बरामदगी हुई थी. जंगल में नक्सलियों ने टंकी में बारूद छुपा कर रखा था. वहीं कई अन्य इलाकों से हथियारों की बरामदगी भी हुई थी. कुछ नक्सलियों को भी पकड़ा गया था.