पटना. आपदा प्रबंधन विभाग ने छठ पूजा को लेकर एडवाइजरी जारी की है. जिसमें घाटों पर सुविधा, सुरक्षा व पदाधिकारी की नियुक्ति माइक्रो लेबल पर करने का निर्देश सभी डीएम को भेजा है. विभाग की ओर से जारी निर्देश में शुक्रवार से सोमवार दोपहर तक पदाधिकारियों की नियुक्ति और उनका मोबाइल नंबर प्रकाशित करने का निर्देश भी दिया है ताकि किसी भी तरह की आपदा के दौरान लोगों को तुरंत मदद मिल सकें. वहीं, पटना में छठ महापर्व को देखते हुए बिहार पुलिस ने सशस्त्र पुलिस की 18 और दंगा निरोधक की 12 कंपनियों को बिहार के विभिन्न जिलों में अतिरिक्त फोर्स के रूप में तैनात किया है.
छठ पूजा के दौरान डूबने की घटना एवं अफवाह आदि कारणों से भीड़ के अनियंत्रित होने को लेकर विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया है. घाटों पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की विशेष टीम रहेगी. इस दौरान नदियों, तालाबों एवं घाटों पर श्रद्धालुओं व छठ पूजा करने वाली व्रतियों की भीड़ रहती है. ऐसे में कोविड को लेकर भी सभी जिलाधिकारी सतर्क रहे व कोविड नियम का पालन घाटों पर रखेंगे.
पूजा को लेकर एनडीआरएफ की पटना, बक्सर, नालंदा, सुपौल, गोपालगंज एवं मुंगेर में कुल16 टीम रहेगी. इसमें आठ टीम को पटना में रखा गया है. एनडीआरएफ की इस टीम के साथ छह रीवर एंबुलेंस को लाया गया है. किशनगंज, लखीसराय, रोहतास, बांका, गया, सीवान, औरंगाबाद, पटना बिहटा में एसडीआरएफ की कुल 29 बोट को रखा गया है. वहीं, एसडीआरएफ की एक-एक टीम पूर्व से 22 जिलों में तैनात है. इन्हें भी जिला प्रशासन की मांग पर छठ पूजा में लगाया गया है.
पटना में छठ महापर्व को देखते हुए बिहार पुलिस ने सशस्त्र पुलिस की 18 और दंगा निरोधक की 12 कंपनियों को बिहार के विभिन्न जिलों में अतिरिक्त फोर्स के रूप में तैनात किया है. इनके अलावा ट्रेनिंग ले रहे 34 डीएसपी सहित 2000 पुलिसकर्मियों की भी ड्यूटी लगायी जा रही है. बिहार पुलिस के एडीजी (मुख्यालय) जेएस गंगवार ने बताया कि राजधानी पटना, औरंगाबाद, बिहारशरीफ सहित उन सभी शहरों, जहां छठ महापर्व पर भीड़ उमड़ती है, पर विशेष नजर रखी जा रही है. घाटों पर दंडाधिकारी एवं वर्दीधारी पुलिसकर्मियों के साथ ही सिविल ड्रेस में भी पुलिस की तैनाती रहेगी.