पटना. कोरोना की तीसरी लहर से पहले स्वास्थ्य विभाग अब प्रतिरोधक क्षमता के विकास की जांच करेगा. विभाग पटना सहित बिहार के पांच जिलों में सीरो सर्वे करायेगा. इस सीरोलॉजिकल (सीरो) सर्वे के जरिये कोरोना की पहल व दूसरी लहर के बाद बनी प्रतिरोधक क्षमता की पहचान की जायेगी. सीरो सर्वे पटना के अलावा दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और गया जिले में भी होगा.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि संबंधित जिले प्रदेश के बड़े जिलों में शामिल हैं. यहां सबसे अधिक अलग-अलग प्रदेश से लोगों का आना जाना होता है. जिसको देखते हुए विभाग की निगाह इन जिलों पर अधिक है. जल्द ही विभाग की ओर से सर्वे की गाइडलाइन जारी करते हुए तारीख की घोषणा कर दी जायेगी.
पटना जिले के अलावा संबंधित शामिल अन्य जिलों में पांच समूह में लोगों की जांच की जायेगी. यहां पहली व दूसरी लहर में संक्रमितों की एंटीबॉडी की जांच होगी. पहले समूह में 31 दिसंबर 2020 से पहले पॉजिटिव मिले स्वास्थ्यकर्मी, दूसरे समूह में 16 जनवरी 2021 को टीकाकरण से पूर्व निगेटिव रहे स्वास्थ्यकर्मी, तीसरे समूह में 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति जो 28 फरवरी 2021 से पहले पॉजिटिव हुए हों, चौथे समूह में ऐसे 59 वर्ष के उम्र वाले लोग जो सामान्य नागरिक हैं, उनका मई 2020 से अगस्त 2020 के बीच पॉजिटिव होने वाले लोगों का सैंपल लिया जायेगा.
सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि महानगरों में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए केंद्रीय टीम पटना पहुंची. टीम स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड पर किये गये कार्यों की काफी सराहना की. वर्तमान में पॉजिटिव आये लोगों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम का विशेष नजर है. इस संदर्भ में गठित की गयी अधिकांश टीम के सदस्यों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है.