पटना : श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र की सात गैलरी से दिखेगी मानव जीवन की उत्पत्ति, अगस्त से शुरू होगा रिनोवेशन
नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम की ओर से नयी गैलरी के सौंदर्यीकरण को पूरा किया जायेगा. सभी प्रदर्श को स्कूल के करिकुलम के आधार पर तैयार किया जायेगा, ताकि स्कूली बच्चों का भी प्रदर्शनी को देखने में रुचि बढ़े.
पटना के श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र की ओर से इवॉल्यूशन गैलरी के रिनोवेशन कार्य के लिए डिजाइन फाइनल कर लिया गया है. केंद्र के तीसरे फ्लोर पर बनी इवॉल्यूशन गैलरी के सौंदर्यीकरण के लिए सात नयी गैलरी का निर्माण किया जायेगा. 4500 वर्गफुट एरिया में 60 से 65 लाख रुपये की लागत से इवॉल्यूशन गैलरी का सौंदर्यीकरण कार्य किया जायेगा. इस गैलरी में दर्शकों को मानव जीवन और धरती की उत्पत्ति को रोचक अंदाज में दिखाया जायेगा. गैलरी में मानव सभ्यता के विकास और पलायन की प्रक्रिया को भी विभिन्न प्रदर्श के जरिये दिखाया जायेगा.
अगस्त में रिनोवेशन कार्य शुरू किया जायेगा
केंद्र के परियोजना निदेशक अमिताभ ने बताया कि नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम की ओर से नयी गैलरी के सौंदर्यीकरण को पूरा किया जायेगा. सभी प्रदर्श को स्कूल के करिकुलम के आधार पर तैयार किया जायेगा, ताकि स्कूली बच्चों का भी प्रदर्शनी को देखने में रुचि बढ़े. उन्होंने बताया की अगस्त में रिनोवेशन कार्य शुरू किया जायेगा. सात गैलरी में पृथ्वी की उत्पत्ति, जीवन का विकास, उद्भव की प्रक्रिया, जानवरों की उत्पत्ति, पेड़ों और पौधों की उत्पत्ति, मानव की उत्पत्ति एवं विकास और धरती पर नयी उत्पत्ति के बारे में जानकारी दी जायेगी.
डिजिटल तकनीक और थ्रीडी स्क्रीन पर दिखेगा रॉक साइकिल
नयी गैलरी में छोटे बड़े कुल 35 प्रदर्श लगाये जायेंगे. इसमें डिजिटल तकनीक और थ्रीडी स्क्रीन का सहारा लेते हुए रॉक साइकल को भी दर्शाया जायेगा. इसके साथ ही पृथ्वी पर चट्टानों का विकास कैसे हुआ, इसे भी दिखाया जायेगा. गैलरी में मानव जाति के अलग-अलग स्पीशिज की भी जानकारी दी जायेगी. मानव जाति की आखिरी स्पीशिज होमोसेपियंस के पलायन की भी जानकारी साझा की जायेगी. दर्शकों को यहां थ्रीडी मॉडल के जरिये डीएनए के स्ट्रक्चर और रॉक फॉसिल के ओरिजिनल सैंपल को भी डिस्पले किया जायेगा.
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