17.5 करोड़ से बनाये जायेंगे सात प्रवेश द्वार
वित्तीय वर्ष 2020-21 का निगम बजट 3744 करोड़ का है, जो 119 करोड़ मुनाफे का होगा. शनिवार को मेयर सीता साहू की अध्यक्षता में आयोजित स्थायी समिति के समक्ष बजट के प्रारूप को प्रस्तुत किया गया, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकृत किया गया
पटना : वित्तीय वर्ष 2020-21 का निगम बजट 3744 करोड़ का है, जो 119 करोड़ मुनाफे का होगा. शनिवार को मेयर सीता साहू की अध्यक्षता में आयोजित स्थायी समिति के समक्ष बजट के प्रारूप को प्रस्तुत किया गया, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकृत किया गया. मेयर ने बजट प्रारूप को स्वीकृति देते हुए नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा को निर्देश दिया कि आगामी बोर्ड की बैठक के समक्ष बजट कॉपी रखें. ताकि, बोर्ड से मंजूरी मिले और एक अप्रैल से लागू हो जाये.
आपदा मद में 1.5 करोड़ खर्च करने का प्रावधान : आगामी बजट में आय का लक्ष्य 3863 करोड़ रुपये रखा गया है. इसमें तीन से 400 करोड़ निगम के आंतरिक राजस्व से प्राप्त होगा. इसके अलावा राज्य सरकार की पांचवीं, छठी व 14वीं वित्त के साथ-साथ केंद्रीय अनुदान राशि से राजस्व की प्राप्ति होगी. इसमें 3744 करोड़ आधारभूत, जनहित, शॉपिंग मॉल और अन्य योजनाओं पर खर्च होंगे. बजट में नयी योजनाओं का भी प्रावधान किया गया है. इसमें 17.5 करोड़ की लागत से सात प्रवेश द्वार बनाने, तीन करोड़ कर्मियों के प्रशिक्षण, आकस्मिक मद में एक करोड़ व आपदा मद में 1.5 करोड़ खर्च करने का प्रावधान किया गया है.
पिछले वर्ष की योजना को आगामी बजट में किया गया शामिल : पिछले वर्ष के बजट में कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स, मल्टीप्लेक्स, अंचल कार्यालय सह शॉपिंग मॉल, दो करोड़ का पार्षद फंड, मॉड्यूलर टॉयलेट आदि योजनाएं शामिल की गयीं. ये योजनाएं पूरी नहीं हो सकी हैं. इन सभी योजनाओं का प्रावधान आगामी बजट में किया गया है, ताकि निगम राजस्व की बढ़ोतरी हो सके.
नालों की करनी है उड़ाही : स्थायी समिति की बैठक में नाला उड़ाही और साफ-सफाई की समीक्षा की गयी. समीक्षा के दौरान उपलब्ध करायी गयी रिपोर्ट के अनुसार संतोषजनक कार्य नहीं किया जा रहा है. नगर आयुक्त ने सभी कार्यपालक पदाधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि 15 जून तक हर हाल में शत-प्रतिशत नालों की उड़ाही होनी चाहिए. इस दौरान अपने स्तर से स्थल निरीक्षण करें. वहीं, मुख्यालय स्तर पर अपर नगर आयुक्त सफाई के साथ-साथ उप नगर आयुक्त को भी जिम्मेदारी दी गयी है. इसके साथ ही नाला उड़ाही में किसी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
ये प्रस्ताव हुए पारित
वित्तीय वर्ष 20-21 के लिए सैरातों, पार्किंग, मीठापुर बस स्टैंड व ट्रांसपोर्ट नगर की बंदोबस्ती
वित्तीय वर्ष 20-21 के लिए शौचालयों की बंदोबस्ती
मुख्यालय व प्रमंडल स्तर पर तकनीकी व वित्तीय निविदा समिति का गठन
निगम कर्मियों को प्रथम व द्वितीय एसीपी का लाभ देना
सफाई निरीक्षकों के लिए खरीदी गयी मोटरसाइकिल का भुगतान करना
जैव विविधता समिति का गठन करना
निगम की गाड़ियों के बीमा का नवीनीकरण
नया प्रस्ताव नहीं हुआ पारित
मौर्यालोक परिसर में स्ट्रीट वेंडरों को जगह देने के लिए समान नीति का निर्धारण
मौर्या लोक परिसर और ट्रांसपोर्ट नगर की खाली दुकानों का आवंटन करने के संबंध में
अतिक्रमण विनियमन बनाने से संबंधित
कुआं व तालाबों को जीवित करेगा निगम : राज्य सरकार की जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत निगम क्षेत्र में स्थित कुआं व तालाबों को जीवित किया जायेगा. इसको लेकर अंचल स्तर पर सर्वे किया गया है. सर्वे रिपोर्ट के अनुसार नूतन राजधानी अंचल में सात तालाब व 61 कुएं, पटना सिटी अंचल में चार तालाब व 17 कुएं, अजीमाबाद अंचल में छह तालाब व 51 कुएं, बांकीपुर अंचल में 17 कुएं व कंकड़बाग अंचल में 25 कुएं चिह्नित किये गये हैं. इन चिह्नित कुओं व तालाबों को शीघ्र जीवित करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. बैठक में स्थायी समिति सदस्य डॉ आशीष कुमार सिन्हा, इंद्रदीप चंद्रवंशी, कंचन देवी, दीपा रानी खान, मुन्ना जायसवाल सहित अन्य मौजूद थे.