shadi Muhurat 2022 : खत्म हुआ खरमास, शुभ काल आरंभ, 23 से गूंजेगी शहनाई
विवाह के लिए 23 जनवरी से लगन है तो द्विरागमन, उपनयन व मुंडन के लिए फरवरी महीने से मुहूर्त्त है. विवाह के लिए सबसे अधिक मई में 12 तथा जून में 11 दिन शुभ मुहूर्त्त है.
दरभंगा. खरमास समाप्त हो गया है. शुभ काल की शुरुआत हो गयी है. शादी, विवाह, उपनयन, मुंडन सरीखे शुभ कार्य के लिए लगन भी आरंभ हो रहा है. इसकी तैयारी में लोग जुट गये हैं. हालांकि तेजी से फैल रहे कोरोना महामारी ने आयोजक परिवारों की चिंता बढ़ा रखी है.
विशेषकर पहले से विवाह आदि निर्धारित कर चुके लोगों की फिक्र बढ़ गयी है. कारण महामारी को लेकर इस तरह के आयोजन की पूर्व अनुमति के साथ ही निर्धारित संख्या में लोगों की सहभागिता प्रदेश सरकार की ओर से निर्धारित कर दी गयी है.
उल्लेखनीय है कि पूस महीना को अशुद्ध मास कहा जाता है. मिथिला में इसे खरमास के नाम से भी पुकारा जाता है. मान्यता है कि इसमें शुभ कार्य का आयोजन तो दूर, इसकी चर्चा तक करना शुभ नहीं होता.
बता दें कि विवाह के लिए 23 जनवरी से लगन है तो द्विरागमन, उपनयन व मुंडन के लिए फरवरी महीने से मुहूर्त्त है. विवाह के लिए सबसे अधिक मई में 12 तथा जून में 11 दिन शुभ मुहूर्त्त है.
विवाह का लगन
-
जनवरी- 23, 24 व 27
-
फरवरी- 2, 6, 7, 10 व 11
-
अप्रैल- 17, 20, 21, 22, 24, 25, 27 व 28
-
मई- 2, 9, 11, 12, 13, 18, 20, 22, 25, 26, 27 व 30
-
जून – 1, 5, 6, 9, 10, 13, 19, 22, 23, 24 व 26
-
जुलाई- 3, 4, 6 व 8
द्विरागमन का मुहूर्त्त
-
फरवरी- 18, 20 व 21
-
मार्च- 2, 3, 4, 6, 9, 10 व 13
-
अप्रैल- 17, 20 व 21
-
मई- 2, 6, 8, 11, 12 व 13
मुंडन का मुहूर्त्त
-
फरवरी- 2, 3, 7, 10, 11 व 21
-
मार्च- 4 व 9
-
अप्रैल- 18 व 20
-
मई- 6, 11, 12, 13, 18 व 20
-
जून – 1, 2, 9, 10 व 17
-
जुलाई- 1, 6 व 8
उपनयन के मुहूर्त्त
-
फरवरी- 3 व 11
-
अप्रैल – 6 व 11
-
मई- 5, 11 व 12
-
जून- 2, 9 व 10
-
जुलाई- 4
गृहारंभ का मुहूर्त्त
-
अप्रैल- 16 व 18
-
मई- 11, 12 व 13
-
जून – 17 व 18
-
जुलाई- 6
गृह प्रवेश का मुहूर्त्त
-
अप्रैल- 16
-
मई- 6, 7, 11, 12 व 13
-
जुलाई- 6, 8, 9 व 11