शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा की हुई पहली बार गिरफ्तारी, सीवान से मोतिहारी तक के थानों में दर्ज हैं दर्जनों मुकदमे
ओसामा के खिलाफ सीवान के हुसैनगंज थाने से लेकर मोतीहारी तक के थाने में संगीन धाराओं में मुकदमें दर्ज हैं. ऐसे में पहली बार ओसामा की गिरफ्तारी के बाद अब यह तय है कि इस पर कानूनी शिकंजा बढ़ता चला जायेगा. जिससे हाल के महीनों में उबर पाना आसान नहीं होगा.
सीवान. पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा की राजस्थान के कोटा जिले से गिरफ्तारी के बाद से बुधवार को पुलिस के मुताबिक सीवान कोर्ट में पेश किया जायेगा. यह पेशी हुसैनगंज थाने के छपिया खुर्द में जमीन कब्जा करने को लेकर साथियों के साथ मिलकर फायरिंग करने को लेकर है.ओसामा के खिलाफ सीवान के हुसैनगंज थाने से लेकर मोतीहारी तक के थाने में संगीन धाराओं में मुकदमें दर्ज हैं. ऐसे में पहली बार ओसामा की गिरफ्तारी के बाद अब यह तय है कि इस पर कानूनी शिकंजा बढ़ता चला जायेगा. जिससे हाल के महीनों में उबर पाना आसान नहीं होगा.
राजीव रोशन की हत्या में पहली बार आया था नाम
हुसैनगंज थाने के प्रतापपुर निवासी व पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब पर पहली बार 16 जून 2014 को भाजपा नेता राजीव रोशन की हत्या में नाम आया था. रोशन 16 अगस्त 2004 को अपने भाइयों गिरीश राज और सतीश राज की हत्या का एकमात्र गवाह था. पुलिस ने अनुसंधान के दौरान ओसामा पर आरोप सही न पाये जाने पर नाम निकाल दिया. उस दौरान राजनीतिक दबाव में आरोपित बनाये जाने की बात सामने आयी थी. बचाव में ओसामा के पक्ष के लोगों ने उसके घटना के समय हिल स्टेशन पर होने के सबूत भी पेश किये थे.
खान ब्रदर्स पर फायरिंग का दर्ज हुआ मुकदमा
सात साल बाद एक फिर पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा का अपराध जगत से नाम 5 अप्रैल 2022 को जुड़ा. हुसैनगंज थाना क्षेत्र के महुवल में खान ब्रदर्स के नाम जाने जानेवाले रईस खान के काफिले पर फायरिंग की घटना हुई थी. जिसमें एक व्यक्ति की मौत भी हुई थी. इस घटना में भी ओसामा का नाम आया था. पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान आरोप सत्य न पाये जाने पर अनुसंधान में नाम निकाल दिया गया.
बहन के सुसराल मोतीहारी में फायरिंग का मुकदमा
मोतीहारी जिले के नगर थाना क्षेत्र के रानी कोठी में अपनी बहन के ससुराल में जमीन बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद में अपने साथियों के साथ कार्बाइन से फायरिंग करने का पुलिस ने ओसामा पर मुकदमा दर्ज किया है. जिसमें पुलिस ओसामा व उसके पांच साथियों को आरोपित बनायी है. इस घटना में 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गयी है. तीन अगस्त 2023 की घटना में मोतीहारी पुलिस सीवान के औरंगजेब की गिरफ्तारी के साथ ही जेसीबी व अन्य तीन गाड़ी भी जब्त की थी. इस मामले में भी मोतीहारी पुलिस को ओसामा की तलाश है.
जमीन कब्जा को लेकर फायरिंग करने का आरोप
ओसामा शहाब पर हुसैनगंज थाना के छपिया खुर्द में जमीन कब्जा करने को लेकर साथियों के साथ फायरिंग करने का मुकदमा दर्ज है. इस मामले में पिछले नौ अक्तूबर 2023 को पुलिस ओसामा के अलावा मो.सैफ उर्फ सलमान,जीबीनगर थाना क्षेत्र के भरतपुरा निवासी अविनाश व सकरा निवासी रितीक के अलावा 40 से 50 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है.
17 वर्ष के उम्र में पहली बार दर्ज हुई थी प्राथमिकी
पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन ने छात्र जीवन से ही राजनीति में कदम रख दिया था. शहाबुद्दीन ने संसदीय राजनीति का सफर हो या अपराध की दुनिया दोनों क्षेत्र में तकरीबन तीन दशक तक बिहार में एक बाहुबलि के रूप में बने रहे. इनके इकलौते पुत्र ओसामा शहाब को राजनीतिक उतराधिकारी के रूप में देख रहे समर्थकों को पहला धक्का तब लगा जब उनका नाम 17 साल की उम्र में एक हत्या में आयी. 16 जून 2014 को भाजपा नेता राजीव रोशन की हत्या शहर के डीएवी मोड़ पर बदमाशों ने कर दी थी. जिसमें अन्य लोगों के अलावा शहाबुद्दीन का साजिशकर्ता व ओसामा का हत्या में शामिल होने का मुकदमा दर्ज हुआ. उस दौरान राजनीतिक दबाव में ओसामा को आरोपित बनाये जाने की बात सामने आयी थी. बचाव में ओसामा के पक्ष के लोगों ने उसके घटना के समय हिल स्टेशन पर होने के सबूत भी पेश किये थे. पुलिस चार्जशीट में कोई सबूत न मिलने पर ओसामा का नाम निकाल दिया गया. रोशन 16 अगस्त 2004 को अपने भाइयों गिरीश राज और सतीश राज की हत्या का एकमात्र गवाह था. इस हत्या में शहाबुद्दीन पर मुकदमा चला तथा आरोप भी सिद्ध हुआ.