नतीश कुमार व तेजस्वी यादव की महागठबंधन की सरकार में फुलपरास विधायक शीला कुमारी को जदयू कोटे से दूसरी बार परिवहन मंत्री बनाया गया है. बता दें कि भाजपा-जदयू गठबंधन की सरकार में भी शीला कुमारी परिवहन मंत्री रह चुकी हैं. जदयू विधयाक शिला कुमारी धानुक जाति से आती है. नीतीश कैबिनेट में दूसरी बार मंत्री बनाए जाने पर फूलपारस विधानसभा क्षेत्र समेत जदयू कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है.
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शीला कुमारी का जन्म 5 दिसंबर 1970 को फूलपारस विधानसभा क्षेत्र के ही एक गांव में हुआ था.
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शीला कुमारी ने गृह विज्ञान से मास्टर की डिग्री ली है
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1991 में शीला कुमारी की शादी ई. शैलेन्द्र मंडल हुई थी
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शीला कुमारी पहली बार 2020 में विधायक निर्वचित हुई थी.
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पहली बार निर्वचित होने के बाद ही शीला कुमारी को मंत्री पद मिला था
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शीला कुमारी के नाम 2020 तक सबसे अधिक मत प्राप्त करने का रिकॉर्ड है
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2020 के चुनावी हलफनामे के अनुसार शीला कुमारी के पास महज 2 लाख 20 हजार रुपये हैं
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चल-अचल संपत्ति की बात करें तो शीला कुमारी के पास 2 करोड़ से अधिक की संपत्ति है
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2020 के चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था
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राजनीतिक परिवार से रखती हैं ताल्लुक
फूलपारस विधानसभा से 1978 में जननायक कर्पूरी ठाकुर निर्वाचित हुए थे. शीला कुमारी के नाम 1952 से लेकर 2020 तक सबसे अधिक मत प्राप्त करने का रिकॉर्ड है. नीतीश कुमार ने शीला कुमारी को भाजापा-जदयू गठबंधन की सराकर में मंत्री बनाकर धानुक जाति के वोट बैंक को साधने का प्रयास किया था.
फूलपारस विधानसभा से 1978 में जननायक कर्पूरी ठाकुर निर्वाचित हुए थे. शीला कुमारी के नाम 1952 से लेकर 2020 तक सबसे अधिक मत प्राप्त करने का रिकॉर्ड है. नीतीश कुमार ने शीला कुमारी को भाजापा-जदयू गठबंधन की सराकर में मंत्री बनाकर धानुक जाति के वोट बैंक को साधने का प्रयास किया था.