भभुआ सदर : कोरोना के चलते वर्ष 2020 तो पूरी तरह से खराब हो गया. वर्ष के अंत में देव जागने के साथ ही अब 25 नवंबर से वैवाहिक सीजन शुरू हो जायेगा. साल 2020 के इस अंतिम वैवाहिक सीजन के आठ मुहूर्त पर जम कर शहनाई बजेगी. इन मुहूर्तों पर विवाह के लिए पंडित, हलवाई, टेंट और गार्डन की बुकिंग अभी से शुरू हो गयी है.
जानकारों की मानें तो इन तिथियों पर बड़ी संख्या में वैवाहिक आयोजन होने से कोरोना के कारण बाजार से गायब रौनक फिर लौटेगी. सरकार ने अनलॉक-5 के साथ ही शादी समारोह के आयोजनों को अनुमति दे दी है. वैसे शुरू हो रहे वैवाहिक मुहूर्तों के दौरान भी दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी जैसे कोविड-19 नियमों का पालन करना जरूरी होगा. सरकार द्वारा जारी नयी गाइडलाइन में भी वैवाहिक समारोह में 100 से ज्यादा लोगों की भागीदारी नहीं होगी.
दरअसल, मार्च के चौथे सप्ताह में लॉकडाउन के बाद से ही शादी समारोह के आयोजनों पर प्रतिबंध लग गया था. अनलॉक में कुछ शादियां हुई भी तो गिनती भर लोगों की मौजूदगी में. चार महीने से लगन नहीं होने से इन समारोहों पर ब्रेक लगा रहा. अब नवंबर के अंतिम सप्ताह से शादियों का माहौल नजर आयेगा.
विवाह समारोहों को लेकर लोगों में कितना उत्साह है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 25 नवंबर के लिए नगर के अधिकतर वैवाहिक समारोह स्थलों की एडवांस में बुकिंग काफी पहले हो चुकी है. वैसे 25 नवंबर के दिन ही तुलसी विवाह है और सबसे ज्यादा लोग इसी दिन शादी करना चाह रहे हैं. नगर में छोटे-बड़े 21 विवाह स्थल व लॉन है, जो सभी बुक हो चुके हैं और सभी में तैयारियां की जा रही है.
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के कारण अधिकतर लोगों ने अपने वैवाहिक आयोजन रद्द कर दिये थे. मार्च से जून में जो आयोजन होने वाले थे, उनकी तारीख आगे बढ़ा कर नवंबर-दिसंबर तय कर ली गयी थी.
शहर के जाने माने ज्योतिष पंडित उपेंद्र तिवारी ने बताया कि इस साल के नवंबर व दिसंबर में वैवाहिक मुहूर्त के बाद 2021 में जनवरी, फरवरी, मार्च और अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक विवाह के मुहूर्त नहीं है. इस कारण लोग तय रिश्ते के लिए अधिक इंतजार करने के पक्ष में नहीं हैं और इस साल के नवंबर, दिसंबर में ही वैवाहिक आयोजन और बड़ी खरीद फरोख्त कर लेना चाह रहे हैं.
पंडित उपेंद्र तिवारी ने बताया कि वर्ष 2020 में नवंबर में 25, 27, 30 और दिसंबर में 1, 7, 9, 10 और 11 दिसंबर को विवाह मुहूर्त है. इसके बाद 15 दिसंबर से खरमास शुरू हो जायेगा और वैवाहिक आयोजन पर रोक लग जायेगी.
वर्ष 2021 में विवाह मुहूर्त की शुरुआत 21 अप्रैल से होगी. ऐसी स्थिति का कारण 15 जनवरी तक खरमास रहने के बाद गुरु 16 जनवरी से 13 फरवरी और शुक्र 14 फरवरी से 18 अप्रैल तक अस्त रहना बताया जा रहा है.
इस बार नवंबर-दिसंबर में विवाह के कम मुहूर्त पर अधिक शादियों का दबाव रहेगा. वैवाहिक सीजन के डेढ़ महीने पहले ही अभी से मुहूर्तों पर पंडितों के पास एक से लेकर तीन शादियों की बुकिंग है. इसके अलावे सभी लॉन भी बुक है.
अगले महीने से शुरू होनेवाले वैवाहिक समाराहों को लेकर शहर के होटल व लॉन कारोबारियों को नवंबर-दिसंबर से उम्मीद है. शहर के एक लॉन के मालिक मंटू सिंह का कहना था कि बुकिंग तो अच्छी आ रही है. लेकिन आयोजन के स्वरूप को लेकर स्थानीय स्तर पर प्रशासन के क्या निर्देश होंगे यह स्पष्ट नहीं है. प्रशासन को चाहिए कि वैवाहिक आयोजन को लेकर जल्द स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करे.
लोग अपने बच्चों के शादी-विवाह में खाना बनाने के लिए रसोइयों को बुक तो कर रहे हैं. लेकिन कितने लोगों का खाना बनेगा. इस पर असमंजस है. वैसे वैवाहिक आयोजन को लेकर फिलहाल स्पष्ट गाइड लाइन जारी नहीं हुई है. गाइडलाइन के अनुसार ही सारे आयोजन तय किये जा सकते हैं.
Posted by Ashish Jha