जन सत्याग्रह पांच व छह अक्तूबर को

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी शिवहर : कारपोरेट परस्त सांप्रदायिक भाजपा राज्य को उखाड़ फेंकने संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करने मेहनत कस एवं कमजोर तबकों के अधिकारों की हिफाजत करने बिहार के समावेशी विकास तथा सबको शिक्षा सब को काम दिलाने के लिए जिला समाहरणालय पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का जन सत्याग्रह आंदोलन पांच एवं छह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2017 5:55 AM

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी

शिवहर : कारपोरेट परस्त सांप्रदायिक भाजपा राज्य को उखाड़ फेंकने संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करने मेहनत कस एवं कमजोर तबकों के अधिकारों की हिफाजत करने बिहार के समावेशी विकास तथा सबको शिक्षा सब को काम दिलाने के लिए जिला समाहरणालय पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का जन सत्याग्रह आंदोलन पांच एवं छह अक्तूबर 2017 को किया जाएगा.
उक्त जानकारी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य कामरेड रामनरेश पांडे ने पार्टी कार्यालय शिवहर में प्रेस वार्ता के दौरान कही है. उन्होंने बताया है कि केंद्र में भाजपा नीत नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद से कारपोरेट परस्त उदारवादी आर्थिक नीतियों को लागू करने में बेइंतहा तेजी आयी है . किसानों मजदूरों दलित अल्पसंख्यक को एवं महिलाओं के हितों पर लगातार हमले हो रहे हैं. इन्हें तरह- तरह से उत्पीड़ित किया जा रहा है जो जनहित के लिए उचित नहीं है .
जबकि राष्ट्रीय परिषद के सदस्य कामरेड रामचंद्र महतो ने कहा है कि विकास एवं कल्याणकारी योजनाएं भ्रष्टाचार के कारण निरर्थक हो रही है. राज्य सरकार में इच्छाशक्ति की कमी और नौकरशाहों के भीतरघात के कारण भूमि सुधार का काम ठप है . जबकि पूर्व राज्य सचिव भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कॉमरेड राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि राज में कानून व्यवस्था ध्वस्त है सरकारी नेताओं के संरक्षण में माफियाओं और अपराधियों की सामान पर सरकार चल रही है. वही राज्य परिषद सदस्य रमाकांत अकेला ने बताया कि पांच और छह अक्तूबर को सभी जिला समाहरणालय के समक्ष जुझारू जन सत्याग्रह आयोजित करने का कार्यक्रम है .
जबकि जिला कप्तान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के शत्रुघ्न सहनी ने विस्तारपूर्वक 28 सूत्री मांगों को रखा उन्होंने बताया कि समान काम के लिए समान वेतन समान, शिक्षा प्रणाली लागू करें, सबको शिक्षा सबको चिकित्सा, उद्योगपतियों को राहत और आम आदमी को आफत की नीति नहीं चलेगी, किसानों का कर्ज माफ हो, सस्ते ब्याज पर किसानों को कर्ज मिले, कृषि उत्पाद की लाभकारी मूल्य दो, बिहार में कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना करें, स्नातक तक सभी छात्राओं को मुफ्त शिक्षा मिले, 60 वर्ष तक के तमाम लोगों को पेंशन दे, और पेंशन की राशि कम से कम तीन हजार हो, सहित 28 मांगों को रखा गया है. प्रेस वार्ता के दौरान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के तरियानी अंचल सचिव श्री बैठा सहित भोला पासवान एवं सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे.

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