बेटे की कसम खाने की सांसद की बात सुन भड़की सेविका
शिवहर : सरकारी कर्मचारी घोषित करने समेत अन्य तीन सूत्री मांग के समर्थन में बिहार आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के आह्वान पर आंगनबाड़ी सेविकाओं ने समाहरणालय पर धरना प्रदर्शन किया. वही सरकार के दोहरी नीति के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. जिला अध्यक्ष मीरा उपाध्याय व जिला सचिव रागिनी सिंह के नेतृत्व में आंगनबाड़ी सेविकाओं ने धरना […]
शिवहर : सरकारी कर्मचारी घोषित करने समेत अन्य तीन सूत्री मांग के समर्थन में बिहार आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के आह्वान पर आंगनबाड़ी सेविकाओं ने समाहरणालय पर धरना प्रदर्शन किया. वही सरकार के दोहरी नीति के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की.
जिला अध्यक्ष मीरा उपाध्याय व जिला सचिव रागिनी सिंह के नेतृत्व में आंगनबाड़ी सेविकाओं ने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान सेविकाओं ने सांसद रमा देवी से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्या व मागों से अवगत कराया. किंतु सेविका उस समय हतप्रभ रह गयी. जब सांसद ने उलटा सवाल दागते हुए कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा सीडीपीओ को दो हजार कमीशन प्रतिमाह दिया जाता है.
इस सवाल का सेविकाओं से नकारात्मक उत्तर पाकर सांसद ने सेविकाओं से बेटा लेकर कसम खाने की बात कही. उसके बाद सांसद के पलटवार से आक्रोशित सेविका कक्ष से बाहर निकल आयी. वही सांसद के इस व्यवहार की निंदा करते हुए सेविकाओं ने क्षोभ व्यक्त किया. सेविकाओं का कहना था कि उक्त बात पूछने का यह उचित अवसर या मंच नहीं था.
कारण कि एक जनप्रतिनिधि होने के कारण सांसद को सब कुछ मालुम होना चाहिए. ऐसे सवाल से सेविकाओं के प्रति अपनी अव्यावहारिक सोच का परिचय उन्होंने दिया है. जो चिंतनीय है. बताते चले कि सांसद समन्वय समिति की बैठक में भाग लेने आयी थी. वे डीएम कार्यालय कक्ष में बैठी थी. इसी दौरान सेविकाओं का शिष्टमंडल उनसे मिलने गया था. इधर प्रदर्शनकारी सेविकाओं ने कार्यालय आ रहे डीएम राजकुमार के गाड़ी का घेराव किया. डीएम के समझाने के बावजूद सेविका गाड़ी के आगे से हटने को तैयार नहीं हुई. ऐसे में डीएम गाड़ी से उतरकर अपने कार्यालय कक्ष की ओर चले गये.
सेविका संघ के जिला अध्यक्ष ने बताया कि तीन प्रमुख मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन किया गया है. जिसमें सरकारी कर्मी घोषित करते हुए वेतनमान लागू करे. श्रम अधिनियम संशोधन कर राज्य कैबिनेट से कुशल मजदूर का दर्ज प्रदान करे. सेविकाओं का शत प्रतिशत महिला पर्यवेक्षिकाओं में प्रोन्नति दी जाये. सेवानिवृत्ति के बाद चार लाख की राशि दिया जाये. सेविका नीतू सिंह ने बताया कि निर्देश के अनुसार पूरक पोषाहार, टीकाकरण, स्वास्थ्य सेवा, संदर्भ सेवा, पोषण व स्वास्थ्य शिक्षा 6 सेवाएं मुख्य रूप सेविकाओं के लिए निर्धारित की गई है. किंतु सरकार अन्य सेवाएं भी लेती है. किंतु सेविकाओं का मानदेय मनरेगा के दैनिक मजदूर से भी कम है. मौके पर डुमरी प्रखंड सचिव मंजू त्रिवेदी, तरियानी अध्यक्ष मीना कुमारी,पुरनहिया अध्यक्ष सरिता कुमारी, शिवहर कार्यकारिणी रेणु कुमारी , डुमरी कटसरी अंजू सिंहा समेत कई मौजूद थी.