शिवहर : जिले के सात प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय में से तीन प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय चिकित्सक के अभाव में महज खानापूर्ति तक सिमट कर रह गया है.
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खानापूर्ति तक ही सिमटे तीन प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय
शिवहर : जिले के सात प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय में से तीन प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय चिकित्सक के अभाव में महज खानापूर्ति तक सिमट कर रह गया है. बताते चलें कि जिले में जिले में शिवहर, पिपराही, पुरनहिया, नरवारा, तरियानी छपरा, नयागांव, डुमरी कटसरी के लालगढ़ में प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय हैं. जिसमें पुरनहिया, तरियानी […]
बताते चलें कि जिले में जिले में शिवहर, पिपराही, पुरनहिया, नरवारा, तरियानी छपरा, नयागांव, डुमरी कटसरी के लालगढ़ में प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय हैं. जिसमें पुरनहिया, तरियानी छपरा एवं डुमरी कटसरी के लालगढ़ में एक भी चिकित्सक पदस्थापित नहीं है. जिसके कारण यहां पशु चिकित्सा महज खानापूर्ति तक सिमट कर रह गयी है.
पशुपालकों के लिए उक्त चिकित्सालय नाकारा बन कर रह गया है. हालांकि यहां विभाग द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के तहत चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाती है, जो पर्याप्त नहीं है. विभागीय सूत्रों की माने तो सात पशु चिकित्सालय के लिए 14 पशु चिकित्सक के पद सृजित हैं. जिसमें जिले में शिवहर पशु चिकित्सालय में प्रतिनियुक्त डॉ प्रभास कुमार, पिपराही में डॉ प्रवीण कुमार, नरवारा में डॉ सदानंद राम, नयागांव में सुब्रतो सरकार समेत मात्र 4 पशु चिकित्सक के सहारे जिले की पशु चिकित्सा की व्यवस्था संचालित हो रही है. वही 14 चतुर्थवर्गीय कर्मी की आवश्यकता के विरुद्ध मात्र 3 चतुर्थवर्गीय कर्मी के सहारे चिकित्सा की गाड़ी खींची जा रही है.
विभागीय पेच में उलझा है पशुगणना
इधर विभागीय पेच में पशु गणना 2017 का कार्य लंबित है .बताया जा रहा है कि वर्ष 2017 में पशु गणना का कार्य किया जाना था, किंतु कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एवं तकनीकी पेज में पशु गणना का कार्य लंबित हो गया. हालांकि विभाग द्वारा पशु गणना को लेकर पूरी तैयारी कर ली गयी है. बताया गया कि विभाग ने 33 प्रगणक, छह पर्यवेक्षक एवं पांच जांच पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति पशु गणना के लिए कर दी है.
पशुओं की दवा पर्याप्त है उपलब्ध
विभागीय सूत्रों के अनुसार पशुओं की पर्याप्त दवा चिकित्सालयों में उपलब्ध है. दवा क्रय करने के लिए इस वर्ष में सात लाख 32 हजार का आदेश विभाग द्वारा दिया गया. जिसके विरुद्ध करीब छह लाख की दवा विभाग को उपलब्ध हो गया है. डीएम के निर्देश के आलोक में भौतिक सत्यापन के बाद इसका वितरण पशुपालकों के बीच सुनिश्चित किया जाना है.
20 जनवरी से चार फरवरी तक ब्रुसीलॉसिस का होगा टीकाकरण
विभागीय निर्देश के आलोक में 20 जनवरी से चार फरवरी तक ब्रुसीलॉसिस का टीकाकरण अभियान पंचायतवार चलाया जायेगा. बताया गया कि इसके टीका से गाय व भैंस को अक्सर गर्भपात का खतरा कम होता है. जिसकी तैयारी में विभाग में लगा हुआ है. पंचायतवार टीकाकरण अभियान चलाया जायेगा.
गौशला पिंजरा पाल खोलने की मांग
जिले के चमनपुर गांव निवासी राजेंद्र गौकुल गौशाला सदाकत आश्रम पटना के सचिव विजय रंजन सिंह उर्फ हीरा सिंह ने शिवहर में गौशाला पिंजरा पाल खोलने की मांग की है. ताकि गो रक्षा हो सके. कहा कि जिला में जिला स्तरीय पशु औषद्यालय भी नहीं है. जिसको स्थापित करने की जरूरत है. उन्होंने जिला प्रशासन व सरकार से इस दिशा में कार्य करने का आग्रह किया है.
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