जेल रोड से बिसाहीं जाने वाली सड़क निर्माण की उठने लगी मांग

शिवहर : एक ओर सरकार गांव गांव में सड़क बनाने की उपलब्धि गिना रही है. वहीं दूसरी ओर शहर से गांव को जोड़ने वाली ज्यादातर सड़कें बदहाल स्थिति में है. बात करें जेल रोड की तो शिवहर से बाभनटोली होते हुए बिंसाही तक जानेवाली सड़क अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है. कई गांवों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2018 4:50 AM

शिवहर : एक ओर सरकार गांव गांव में सड़क बनाने की उपलब्धि गिना रही है. वहीं दूसरी ओर शहर से गांव को जोड़ने वाली ज्यादातर सड़कें बदहाल स्थिति में है. बात करें जेल रोड की तो शिवहर से बाभनटोली होते हुए बिंसाही तक जानेवाली सड़क अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है.

कई गांवों को जोड़नेवाली इस सड़क से प्रतिदिन हजारों लोग सफर करते हैं. बताते चलें कि इसी सड़क से होकर बच्चे नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय व दिल्ली पब्लिक स्कूल तक जाते हैं .सड़क पर दिन भर वाहनों की आवाजाही लगी रहती है.फिर भी किसी को इसकी सुध लेने की फुर्सत नहीं है. सड़क में जगह-जगह बने गड्ढे व उबड़-खाबड़ सड़क अपनी जर्जरता की कहानी खुद बयां कर रही है. सड़क जर्जर होने के कारण दोपिहया व छोटे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
इसके कारण इस मार्ग में अक्सर हादसे भी होते रहते हैं. इधर बरसात के दिनों में तो सड़क की हालत भी नारकीय हो जाती है.जगह-जगह टूटी सड़क कई जगह तो पूरी तरह कीचड़ से भर जाता है. जिससे होकर निकलना मैं लोगों को मुश्किल हो जाता है. वर्तमान में हालत यह है कि भाड़े के वाहन भी इस मार्ग से जाने को कतराते हैं. अभिभावक अपने बच्चे को इस सडक से होकर स्कूल भेजने में भी डरते हैं. इस क्षेत्र के लोगों के लिए सडक का जर्जर होना समस्या बनी हुई है. करीब सात वर्ष पहले प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत इस सड़क का निर्माण कराया गया था. इसके बाद से कभी प्रशासन या जनप्रतिनिधि का ध्यान इस ओर नहीं गया. इसके कारण सडक इस स्थिति में पहुंच गया है कि पैदल चलना भी मुश्किल है.
दरअसल यह सड़क आगे चलकर माली पोखिरभंडा और विधायक के गांव महुआवा तक जाती है. जेल समीप में स्थित होने के कारण हर रोज जेल के वाहन से इसी सड़क से कैदी का आना-जाना होता है. स्थानीय लोगों ने जिला पदाधिकारी से अविलम्ब इस ओर पहल करने की मांग की है. ताकि राहगीरों को परेशानी नहीं झेलनी पड़े.
स्थानीय निवासी राहुल कुमार तिवारी का कहना है नेता व जनप्रतिनिधि चुनाव के समय सड़क की मरम्मत करवाने का वादा करते हैं, लेकिन चुनाव के बाद इस मार्ग को भी भूल जाते हैं. जिला प्रशासन भी इस रोड के प्रति गंभीर नहीं है. इसके कारण लोगों को शिवहर आने में भारी परेशानी का सामना करना होता है.
इंद्रजीत कुमार का कहना है इस सड़क पर वाहन तो क्या पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. बरसात के समय सड़क पर जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है.
वही देवेंद्र तिवारी का कहना है कई गांवों को जोड़ने वाली ये सड़क बहुत दिनों से जर्जर स्थिति में है. जिसके कारण ग्रामीणों में रोष व्याप्त है .जबकि महेंद्र साह का कहना है गर्मी के दिनों में सड़क पर काफी धूल उड़ने एवं बरसात में सड़क पर कीचड़ हो जाने से आना जाना मुश्किल हो जाता है.
हरि किशोर तिवारी का कहना है कि नवोदय विद्यालय एवं दिल्ली पब्लिक स्कूल जाने का यही रास्ता है. ऐसे जर्जर सड़क के कारण बच्चों को विद्यालय जाने में काफी परेशानी होती है. उन्होंने जिला प्रशासन से मांग किया यथाशीघ्र सड़क का निर्माण कराया जाए. वहीं प्रफुल्ल तिवारी का कहना है कि वर्षों से सड़क की मरम्मत नहीं हुई. सड़क पर गड्ढों के कारण दोपिहया व चार पहिया वाहन एक वर्ष के अंदर खराब हो जाते हैं.
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