गांव-गांव जाकर स्वेच्छाग्रह करेगी स्वच्छाग्रहियों की टीम
शिवहर : समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में चंपारण शताब्दी वर्ष के अवसर पर स्वच्छाग्रहियों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया .इस दौरान बताया गया कि स्वच्छाग्रहियों द्वारा गांव-गांव जाकर लोगों से स्वच्छाग्रह किया जाएगा. इस दौरान खुले में शौच मुक्त करने हेतु शौचालय का उपयोग हेतु प्रेरित करने व स्वच्छता अपनाने का […]
शिवहर : समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में चंपारण शताब्दी वर्ष के अवसर पर स्वच्छाग्रहियों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया .इस दौरान बताया गया कि स्वच्छाग्रहियों द्वारा गांव-गांव जाकर लोगों से स्वच्छाग्रह किया जाएगा. इस दौरान खुले में शौच मुक्त करने हेतु शौचालय का उपयोग हेतु प्रेरित करने व स्वच्छता अपनाने का आग्रह किया जायेगा. यह कार्यक्रम 10 अप्रैल तक चलेगा. इसके लिए विभिन्न स्थानों व प्रदेश से स्वच्छाग्रहियों की टीम शिवहर पहुंच गई है.
जो जिले के स्वच्छाग्रहियों के साथ मिलकर स्वच्छाग्रह करेंगे.इस दौरान प्रशिक्षकों ने बताया कि स्वच्छाग्रही समुदाय आधारित रणनीति तैयार कर सामूहिक व्यवहार परिवर्तन की दिशा में लोगों को जागरु क करने का प्रयास करेंगे. बताया गया कि खुले में शौच राष्ट्रीय चिंता का विषय है. खुले में शौच से महिलाओं, पुरुषों एवं बच्चों के नीजता एवं मर्यादा का हनन होता है. स्वच्छता की कमी भोजन के अवशोषण को प्रभावित करता है.2015- 16 के आंकड़ों के अनुसार 38.4 प्रतिशत बच्चे भारत में बोने हैं.इसका मूल कारण पर्यावरणीय स्वच्छता में कमी है.
जो बच्चों के वजन तथा विकास को प्रभावित करता है. अतिसार बीमारी का मुख्य कारण खुले में शौच होती है. कहा कि शौचालय के उपयोग से 50हजार की वार्षिक बचत होती है. कारण कि बिमारियों पर होने वाला खर्च बचता है. शौचालय का उपयोग हर व्यक्ति को करना चाहिए . समुदाय को इसके लिए साझा प्रयास करना चाहिए. इस दौरान परंपरागत विधि एवं समुदाय आधारित विधि स्चच्छता के बारे में जानकारी दी गई. इस दौरान 1986 से स्वच्छता की दिशा में सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई.
कार्यक्र म का उद्घाटन डीएम राजकुमार ने किया. मौके पर एसपी प्रकाश प्रकाश मिश्र.डीडसी मोहम्मद वारिस खान, एसडीओ आफाक अहमद, एएसपी नक्सली अभियान विजय शंकर सिंह, निदेशक डीआरडीए रविंद्र कुमार, डीडीसी सार्दुल हसन खान समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे.