खेल स्टेडियम व संसाधन के अभाव में कुंठित होकर रह जाती हैं जिले की खेल प्रतिभाएं
शिवहर :जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है. जिले के कई खिलाड़ियों ने राज्य व राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित करायी है. वही बेहतर प्रर्दशन कर परचम लहराया है. जिले के पिपराही निवासी एथलिट आवृति कुमारी, महिला खेल खो-खो में पचरा निवासी वर्षा रानी, कबड्डी में सुमहुति […]
शिवहर :जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है. जिले के कई खिलाड़ियों ने राज्य व राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित करायी है. वही बेहतर प्रर्दशन कर परचम लहराया है. जिले के पिपराही निवासी एथलिट आवृति कुमारी, महिला खेल खो-खो में पचरा निवासी वर्षा रानी, कबड्डी में सुमहुति की चंदा कुमारी आदि राष्ट्रीय स्तर के खेल में प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं, किंतु आज भी खेल प्रतिभाओं को तलाशने व तराशने की मांग उठती रही है.
इसका कारण है कि खेल प्रतिभाओं को आगे ले जाने के लिए कोई बेहतर अवसर उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. खेल मैदान व संसाधनों के अभाव में जिले की खेल प्रतिभाएं कुंठित होकर रह जा रही है. जिले में जहां खेल का एक भी स्टेडियम नहीं है. इसकी मांग भी की जाती रही है.
किंतु इसके निर्माण की फाइले सरकारी कार्यालयों में कही धूल चाट रही है. हालत है कि खेल स्टेडियम के अभाव में जिले में जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं श्री नवाब उच्चतर मध्यमिक विद्यालय परिसर स्थित मैदान या किसान भवन के पूरब बने मैदान में संचालित होती है. हालांकि खेल मैदान व संसाधनों के अभाव में इसका सीधा लाभ खिलाड़ियों को नहीं मिल पाता है. जिले में विद्यालय स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता रहा है. तरंग प्रतियोगिता के द्वारा खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित किया जाता रहा है. कला संस्कृति व युवा विभाग द्वारा जिला व राज्य स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता रहा है.
किंतु इस बार इस प्रतियोगिता के आयोजन की संभावना नहीं दिख रही है. कला संस्कृति एवं युवा विभाग, निदेशक छात्र एवं युवा कल्याण डॉ संजय सिंहा ने 12 जुलाई 2019 को सभी जिला पदाधिकारी को पत्र भेजकर जिला एवं राज्य स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता के आयोजन के लिए कार्यक्रम मार्गदर्शिका भेजा है. जिसमें वार्षिक खेल कार्यक्रम 2019-20 के आलोक में सभी तैयारी ससमय करने का निर्देश है. इसके लिए विभाग द्वारा 2019-20 का कलेंडर भी जारी कर दिया गया है.
किंतु विद्यालय स्तर पर भी प्रतियोगिता के लिए कोई तैयारी अभी तक नहीं की जा सकी है. जबकि इसमें दो लाख दस हजार रुपये भी उपलब्ध कराये गए है. इस बाबत पूछे जाने पर शारीरिक शिक्षा उपाधीक्षक सर्तेद्र कुमार सिंह ने स्टाफ की पूर्णत: कमी बताते हुए दोनों हाथ खड़े कर दिए. उसके बाद उन्होंने बैठक में रहने की बात कहते हुए कुछ भी बताने से परहेज किया.