गुटखा पर प्रतिबंध से दुकानदारों में हड़कंप

शिवहर : शराबबंदी के बाद विभिन्न पान मसालों के उत्पादन, बिक्री, भंडारण व वितरण पर सरकार ने तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का निर्णय लिया है. जिसके बाद शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के छोटे-बड़े कारोबारियों में हरकंप मच गया है. इतना ही नहीं बल्कि, लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के कारण सरकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2019 5:32 AM

शिवहर : शराबबंदी के बाद विभिन्न पान मसालों के उत्पादन, बिक्री, भंडारण व वितरण पर सरकार ने तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का निर्णय लिया है. जिसके बाद शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के छोटे-बड़े कारोबारियों में हरकंप मच गया है. इतना ही नहीं बल्कि, लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के कारण सरकार के खाद्य संरक्षा आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने राज्य के सभी डीएम, एसपी, प्रमंडलिय आयुक्त व सिविल सर्जन को इसे प्रभावी तरीके से लागू करने का आदेश जारी करते हुए निर्देश दिया है.

पान मसाला सेवन वाले व्यक्तिों के स्वास्थ्य पर भी इसका असर देखा जा रहा है.ऐसे में इसे बंद करने की दिशा में कार्य करें. मालूम हो कि सरकार ने पहली बार बिहार में तंबाकू युक्त गुटखा पर 30 मई 2013 को प्रतिबंध लगाया था. इसके बाद सात नवंबर 2014 को राज्य में सभी तरह के तंबाकू पदार्थों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया था. हालांकि शहर के कई दुकानदारों ने भी सरकार के इस फैसले को सराहनीय बताया है.

साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार का यह फैसला आम लोगों के स्वास्थ्य के प्रति सजग है. उन्होंने कहा कि पहले तो पान मसाले के उत्पादन करने वाले कंपनियों पर प्रतिबंध लगाये.अगर संबंधित कंपनियों द्वारा पान मसाला का उत्पादन नहीं होगा, तो पान मसाला का भंडारण, वितरण व बिक्री नहीं हो सकेगा.

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