हमले में मुखिया के परिजनों समेत हुई थी पांच की हत्या, माओवादियों को सुनायी गयी फांसी की सजा
शिवहर: रामबन गांव में हमला कर पांच लोगों की नृशंस हत्या के मामले में चार माओवादियों को फांसी की सजा सुनायी गयी है. सजा का ऐलान जिला अपर व सत्र न्यायाधीश की कोर्ट ने किया. इस मामले में नौ और आरोपित हैं, जिनमें एक की मौत हो चुकी है, जबकि दो अन्य को बाद में […]
शिवहर: रामबन गांव में हमला कर पांच लोगों की नृशंस हत्या के मामले में चार माओवादियों को फांसी की सजा सुनायी गयी है. सजा का ऐलान जिला अपर व सत्र न्यायाधीश की कोर्ट ने किया. इस मामले में नौ और आरोपित हैं, जिनमें एक की मौत हो चुकी है, जबकि दो अन्य को बाद में गिरफ्तार किया गया, जिसकी वजह से उन्हें सजा नहीं सुनायी जा सकी.
अभी छह आरोपित फरार हैं. रामबन गांव में 21 अप्रैल, 2010 को घटना हुई थी. इसमें माओवादियों ने मुखिया को निशाना बनाया था, लेकिन उनके नहीं मिलने पर पांच लोगों की हत्या कर दी थी. सजा पर बहस के दौरान न्यायाधीश ने मामले को रेयर ऑफ द रेयरेस्ट माना और चार आरोपितों को फांसी की सजा सुनायी. सजा पर पीड़ित पक्ष ने संतोष जताया है. उनका कहना है कि फरार माओवादियों को जल्द गिरफ्तार कर सजा सुनायी जाये. 21 अप्रैल, 2010 को रामबन गांव के मुखिया सुबोध राय के घर माओवादिओं ने हमला बोला था. माओवादी सुबोध के अलावा उनके भाई संतोष राय को खोज रहे थे, लेकिन दोनों को सूचना मिल गयी और दोनों भाई मौके से फरार हो गये थे. इसके बाद माओवादियों ने मुखिया के घर पर चारों ओर से फायरिंग की. इसमें सुबोध राय के पिता श्याम राय, चाचा भगवान राय, भाई भोला राय व उनके दरवाजे पर बैठे पड़ोसी मनोहर ठाकुर की मौत हो गयी. गोली मारने के बाद माओवादियों ने इन चारों लोगों के शरीर को धारदार हथियार से काटा था.
मुखिया के घर खूनी खेल खेलन के बाद लौटते समय माओवादियों ने रामबन बाजार से विश्वर ठाकुर को उठा लिया. बाद में उनका शव बाजार के बगल के चौर में से टुकड़ों में बरामद किया गया था. हत्याकांड को लेकर मुखिया सुबोध राय की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इसमें 13 माओवादियों को नामजद किया गया था. पुलिस ने चार नामजद माओवादियों को गिरफ्तार किया था, जिन्हें सोमवार को सजा सुनायी गयी है. सजा सुनाये जाने के बाद सुबोध राय ने कहा कि उन्हें कोर्ट पर भरोसा था.
चार आरोपितों को उनके किये की सजा मिल चुकी है. अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार कर सजा सुनायी जानी चाहिए. जिन माओवादियों को फांसी की सजा सुनायी गयी है. उनमें उगन साह शिक्षक था.
माओवादी गगन सहनी की हो चुकी है मौत
मामले में फरार नौ माओवादियों में से एक गगनदेव सहनी की मौत हो चुकी है. वो गोढ़िया श्यामपुर भटहां का रहनेवाला था. इसके अलावा सुरेश सहनी को गिरफ्तार किया जा चुका है. वो अभी मोतिहारी जेल में बंद है. सुरेश श्यामपुर भटहां के कररिया गांव का रहनेवाला है. एक और नामजद माओवादी सुरेश साह की भी गिरफ्तारी हो चुकी है. वो अभी शिवहर जेल में बंद है. ये श्यामपुर भटहां के रोहुआ गांव का रहनेवाला है.
इन्हें हुई फांसी
हामिद अंसारी
संतोष साह
भागीरथ साह
उगन राम
ये हैं फरार
सुरेन पासवान
ओली मोहम्मद
बीरेंद्र सहनी