रामबाबू रचित ‘पश्यंति’ उपन्यास का लोकार्पण
पुपरी : स्थानीय लोहिया भवन में रविवार को प्रगतिशील लेखक संघ के तत्वावधान में एक समारोह का आयोजन कर जाने-माने कहानीकार रामबाबू नीरव की ‘पश्यंति’ उपन्यास का लोकार्पण किया गया. मौके पर संघ की ओर से श्री नीरव को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य डॉ बुद्धदेव प्रसाद सिंह व चिरंजीवी […]
पुपरी : स्थानीय लोहिया भवन में रविवार को प्रगतिशील लेखक संघ के तत्वावधान में एक समारोह का आयोजन कर जाने-माने कहानीकार रामबाबू नीरव की ‘पश्यंति’ उपन्यास का लोकार्पण किया गया. मौके पर संघ की ओर से श्री नीरव को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य डॉ बुद्धदेव प्रसाद सिंह व चिरंजीवी झा समेत अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया.
नयी सुबह का भी लोकार्पण
मौके पर नयी सुबह नामक पत्रिका को 22 वें अंक का भी लोकार्पण किया गया. स्वागत भाषण परमानंद केजरीवाल ने दिया. मौजूद अतिथियों ने पश्यंति उपन्यास को नारी सशक्तीकरण की मजबूती के लिए नया प्रयास बताया. कार्यक्रम के अंक में हिंदी-उर्दू एकता मंच के वरीय सदस्य रामप्रवेश गिरि उर्फ नारद जी महबूब के निधन पर दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी.
मौके पर डॉ पंकज कर्ण, डॉ दशरथ प्रजापति, प्रो जितेंद्र वर्मा, डॉ रामशरण अग्रवाल, नागेंद्र सिंह, राजेंद्र सिन्हा, डॉ कुमकुम सिन्हा, रघुनाथ प्रसाद, डॉ शशि भूषण शशि, डॉ संजय पंकज, डॉ रानी झा, आशिफ करीम व अशरफ मौला नगरी ने विचार व्यक्त करने के साथ कहानीकार रामबाबू नीरव व उनकी कृति पश्यंति उपन्यास की सराहना की.