स्कूल के शौचालय की मरम्मत जरूरी
बोखड़ा : प्रखंड के मध्य विद्यालय, उखड़ा में संचालित कस्तूरबा विद्यालय की छात्रएं कभी भी गंभीर बीमारी की चपेट में आ सकती है. कारण कि शौचालय की बदबू से छात्रओं का जीना मुहाल हो गया है. छात्रओं का दम घुटता है, पर पठन-पाठन के चलते उन्हें यह सब कष्ट सह कर रहना पड़ रहा है. […]
बोखड़ा : प्रखंड के मध्य विद्यालय, उखड़ा में संचालित कस्तूरबा विद्यालय की छात्रएं कभी भी गंभीर बीमारी की चपेट में आ सकती है. कारण कि शौचालय की बदबू से छात्रओं का जीना मुहाल हो गया है. छात्रओं का दम घुटता है, पर पठन-पाठन के चलते उन्हें यह सब कष्ट सह कर रहना पड़ रहा है. छात्रओं की इस परेशानी से विभागीय अधिकारी अवगत हैं. बावजूद कोई कदम उठाने के बजाय हाथ पर हाथ रख बैठे हुए हैं.
एक माह ही चला शौचालय
वार्डेन अनुपमा कुमारी ने बताया कि शौचालय मात्र एक माह तक चल सका. टंकी छोटा होने के चलते हीं यह सब परेशानी है. टंकी के बाहर शौच पसर गया हुआ है. इसके बदबू से छात्रओं का मानो जीना मुहाल हो गया है. बताया कि महीनों पूर्व इसकी जानकारी बीइओ व अन्य को दी जा चुकी है. अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.
83 में 59 छात्रएं मौजूद
कस्तूरबा विद्यालय में 100 छात्रओं का सीट है. 83 का हीं नामांकन हो सका है. रविवार को 83 में मात्र 59 छात्रएं मौजूद थी. छात्रओं ने वार्डेन की मौजूदगी में बताया कि मेनू के अनुसार भोजन नहीं मिलता है. रविवार को नाश्ते में कचौड़ी-जलेबी व सब्जी देना है.
जलेबी नहीं मिलता है. वार्डेन का कहना था कि पूर्व में बाहर से समोसा व जलेबी मंगा कर छात्रओं को दिया जाता था. इस पर रोक लगा दी गयी है. रसोइया को जलेबी बनाने नहीं आता है. इसी कारण जलेबी के बदले में छात्रओं को आम दिया गया है. रसोइया को जलेबी बनाने का प्रशिक्षण दिलाया जायेगा.
कहते हैं शिक्षा अधिकारी
बीइओ रामवृक्ष सिंह ने बताया कि उक्त स्कूल के प्रधान शिक्षक भाग्य नारायण ठाकुर को शौचालय की मरम्मत का निर्देश दिया गया था. एक बार फिर उन्हें निर्देश दिया जायेगा. बावजूद शौचालय की मरम्मत नहीं कराने पर कार्रवाई की जायेगी.