शिक्षकों को चार घंटे तक कमरे में रखा बंद
रीगा : प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय, मझौरा का हाल दिन व दिन बदतर होते जा रहा है. यह सब देख ग्रामीण कतिपय कारणों से चुपचाप हैं तो ठीक विपरीत आदर्श नवयुवक संघ ने मानों स्कूल की व्यवस्था में सुधार लाने का बीड़ा उठा लिया है. संघ की बार-बार की चेतावनी के बावजूद स्कूल की व्यवस्था […]
रीगा : प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय, मझौरा का हाल दिन व दिन बदतर होते जा रहा है. यह सब देख ग्रामीण कतिपय कारणों से चुपचाप हैं तो ठीक विपरीत आदर्श नवयुवक संघ ने मानों स्कूल की व्यवस्था में सुधार लाने का बीड़ा उठा लिया है.
संघ की बार-बार की चेतावनी के बावजूद स्कूल की व्यवस्था व शिक्षकों की कार्यशैली में कोई सुधार नहीं देख संघ के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गये. सोमवार को संघ के कार्यकर्ताओं ने शिक्षकों को एक कमरे में बंद कर दिया. करीब चार घंटा तक शिक्षक बंधक बने रहे.
ग्रामीणों की पहल पर हुए मुक्त
कुछ ग्रामीण स्कूल में पहुंचे और संघ के कार्यकर्ताओं से बातचीत करने के बाद शिक्षकों को मुक्त कराये. कार्यकर्ताओं ने शिक्षकों को स्कूल से निकाल दिया और अब स्कूल नहीं आने की कड़ी हिदायत दी. उनका कहना था कि जब इन शिक्षकों से स्कूल की व्यवस्था में कोई सुधार हीं संभव नहीं है तो इनके स्कूल आने से क्या फायदा? शिक्षकों के जाने के बाद स्कूल में तालाबंदी कर दी गयी.
संघ के अध्यक्ष चित्रपाल पासवान, सचिव दिलीप कुमार, सदस्य किशन राय, संतोष कुमार व ललन पासवान ने बताया कि जब तक अधिकारी व प्रधान शिक्षक व्यवस्था में सुधार की बात नहीं कहते हैं, तब तक ताला लगा रहेगा.
क्या है संघ की शिकायत
संघ का कहना है कि बार-बार की चेतावनी के बावजूद शिक्षक न तो निर्धारित समय पर आते हैं और न हीं निर्धारित समय पर जाते हैं. यानी शिक्षकों के आने-जाने का कोई समय निर्धारित नहीं रह गया है. शिक्षक अपने टाइम-टेबल से स्कूल आते जाते हैं. सप्ताह में एक से दो दिन एमडीएम बनता है. चावल व पैसे का गबन कर लिया जाता है.
एक माह पूर्व शिक्षकों को पूर्व की कार्यशैली व विद्यालय की व्यवस्था में सुधार लाने की चेतावनी दी गयी थी. साथ हीं सभी बच्चों के पठन-पाठन का प्रोग्रेस रिपोर्ट तैयार कर अभिभावकों को दिखाने को कहा गया था. इनमें से किसी भी बिंदु पर सुधार के लिए कदम नहीं उठाया गया. आजिज आ कर संघ को यह कदम उठाना पड़ा है.