टिकटों के लिए पार्टियों में मारामारी
शिवहर शिवहर जिले में विधानसभा की केवल एक सीट है. पिछले चुनाव में इस सीट से जदयू की जीत हुई थी. इसके मो सफरुद्दीन ने बसपा की प्रतिमा देवी को हराया था. 1957 से 1962 तक ठाकुर गिरजानंदन सिंह यहां के विधायक रहे. 1962 के चुनाव में कांग्रेस के रामस्वरुप राम चुनाव जीते थे. 1969 […]
शिवहर
शिवहर जिले में विधानसभा की केवल एक सीट है. पिछले चुनाव में इस सीट से जदयू की जीत हुई थी. इसके मो सफरुद्दीन ने बसपा की प्रतिमा देवी को हराया था. 1957 से 1962 तक ठाकुर गिरजानंदन सिंह यहां के विधायक रहे. 1962 के चुनाव में कांग्रेस के रामस्वरुप राम चुनाव जीते थे. 1969 में बीकेडी से ठाकुर गिरजानंदन, जबकि 1972 से 1998 तक रघुनाथ झा यहां से विधायक रहे.
झा ने 1972, 77 व 80 में कांग्रेस के टिकट पर, 1985 में सजपा के, 1990 में जनता दल के और 1995 में आरजेडी के टिकट वर यहां से विधाक चुने गये. 1998 में ठाकुर रत्नाकर राणा, 2000 में आरजेडी के सत्यनारायण प्रसाद आरजेडी से विधायक बने. यह जिला पूर्व विदेश मंत्री स्वर्गीय हरिकिशोर सिंह का भी क्षेत्र रहा है. पिछली चुनाव में जदयू को 33.71 फीसदी और बसपा को 32.36 प्रतिशत वोट मिले थे.
यानी मतों के बहुत कम अंतर से जीत-हार का फैसला हुआ था. राजद और कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार दिये थे. राजद के अजीत कुमार झा को 20.71 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के कमलेश्वर कुमार सिंह की जमानत जब्त हो गयी थ्सी. उन्हें 2.24 फीसदी वोट मिले थे. इस बार गंठबंधन के नये समीकरण में यह सीट के किस दल और किस उम्मीदवार के हिस्से जाती है, अभी इसी पर सबकी नजर है.
इन दिनों : महागंठगंधन स्वाभिमान महारैली की समीक्षा कर रहा है. भाजपा का परिवर्तन रथ गांव-गांव घूम रहा है.
प्रमुख मुद्दे
– डिग्री कॉलेज की स्थापना
– बिजली
– सड़क का पक्कीकरण.