घर पर भी हुई पूजा
शिवहरः शहर स्थित तालाब व पोखर स्थित घाट पर जगह कम पड़ जाने के कारण बड़ी संख्या में व्रतियों को अपने घर पर हीं अस्थायी तालाब का निर्माण करा छठ पर्व मनाना पड़ा. बता दें कि नगर के डीएम आवास के समीप पोखर समेत करीब आधे दर्जन तालाब पर व्रती छठ करती है. शहर के […]
शिवहरः शहर स्थित तालाब व पोखर स्थित घाट पर जगह कम पड़ जाने के कारण बड़ी संख्या में व्रतियों को अपने घर पर हीं अस्थायी तालाब का निर्माण करा छठ पर्व मनाना पड़ा. बता दें कि नगर के डीएम आवास के समीप पोखर समेत करीब आधे दर्जन तालाब पर व्रती छठ करती है. शहर के पछियारी पोखर, चुगला पोखर, औराई पोखर, रसीदपुर गांव स्थित घाट व रानी पोखर पर छठ की जाती है.
नगर के करीब 10 प्रतिशत व्रती घर पर हीं छठ करती है. डीएम कुमार विनोद नारायण सिंह ने नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी व जन प्रतिनिधियों को घाटों की सफाई कराने का टास्क सौंपा था. शहर के करीब सभी घाटों की सफाई करायी गयी, पर रानी पोखर के पानी को साफ नहीं कराया गया. सफाई के नाम पर खानापूर्ति कर ली गयी.
बताया गया है कि रानी पोखर के गंदे पानी के चलते कुछ व्रती अपने आवासीय परिसर में हीं तालाब का निर्माण करा भगवान सूर्य को अर्घ दी. एक व्रती के परिजन रामबाबू साह ने बताया कि रानी पोखर की इसी तरह से उपेक्षा की जाती रही तो उनके अलावा बड़ी संख्या में लोग दूसरे घाट पर छठ मनाने को विवश हो जायेंगे. रानी पोखर से कुंभी को निकाला गया, पर उसमें जाने वाले गंदे पानी को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गयी. पोखर के गंदे पानी को नहीं निकाला गया. घाट पर छठी मइया की प्रतिमा भी स्थापित कर पूजा व आराधना की गयी.