खुले में शौच करने से करें परहेज
सुप्पी : स्थानीय ससौला गांव स्थित पीएचसी परिसर में स्वच्छता अभियान पर परिचर्चा के लिए ग्रामीणों की एक बैठक सह सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष मुरलीधर मिश्र की अध्यक्षता में हुई, जिसमें खुले में शौच की प्रथा पर रोक लगाने के लिए विचार-विमर्श किया गया. दूसरे देशों में यह प्रथा नहीं ग्रामीण व इंग्लैंड में चिकित्सा […]
सुप्पी : स्थानीय ससौला गांव स्थित पीएचसी परिसर में स्वच्छता अभियान पर परिचर्चा के लिए ग्रामीणों की एक बैठक सह सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष मुरलीधर मिश्र की अध्यक्षता में हुई, जिसमें खुले में शौच की प्रथा पर रोक लगाने के लिए विचार-विमर्श किया गया.
दूसरे देशों में यह प्रथा नहीं
ग्रामीण व इंग्लैंड में चिकित्सा सेवा से जुड़े डाॅ त्रिपुरारी प्रसाद सिंह उर्फ गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि वे कई देशों का भ्रमण किये हैं. उन देशों में खुले में शौच नहीं किया जाता है. यह भारत और वह भी बिहार में विशेष देखने को मिलता है. स्वच्छता अभियान के लिए सरकार तरह-तरह की योजनाएं चला रही है.
लोगों को अपनी सोच में बदलाव लाने के साथ हीं योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए. इसके लिए जन प्रतिनिधियों को भी आगे आना होगा.
शौचालय को करेंगे मदद
स्काइ टाइल्स कंपनी के एमडी व ग्रामीण डाॅ संतोष कुमार पाठक, उर्फ मंटू पाठक ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए खुले में शौच की प्रथा को बंद करनी होगी. लोग योजनाओं को लाभ उठाये और शौचालय का निर्माण कराये. शौचालय बनाने में कोई कठिनाई होने पर वे आर्थिक मदद करेंगे.
डॉ पाठक ने लोगों से अपने घरों के आसपास के क्षेत्रों की साफ-सफाई कराने की अपील की. उनका कहना था कि जिला में ससौला गांव की एक अलग पहचान रही है. खुले में शौच के चलते हम अपनी पुरानी पहचान खोते जा रहे हैं. पुरानी पहचान को बरकरार रखने के लिए हम सबों को विचार करना होगा. मौके पर कुमार सच्चिदानंद सिंह, ललन सिंह, प्रभु पाठक, दिग्विजय सिंह, मनोहर पाठक व प्रभु सिंह समेत अन्य मौजूद थे.